छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने आयोजित किया दीपावली मिलन, प्रदेशभर के कर्मचारी संगठनों के प्रांतीय नेता हुए शामिल..

रायपुर।छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर 8 नवंबर को दीपावली मिलन एवं पदाधिकारी सम्मेलन का आयोजिन किया है। इस कार्यक्रम में प्रदेशभर के कर्मचारी एवं अधिकारी संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस आयोजन को लेकर पूरे प्रदेश से आए कर्मचारियों और अधिकारियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।

फेडरेशन द्वारा घोषित 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन की जमीन तैयार हो चुकी है। फेडरेशन के आह्वान पर 22 अगस्त को काम बंद, कलम बंद आंदोलन को प्रदेशभर में व्यापक समर्थन मिला है। फेडरेशन के पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के साथ विस्तार से चर्चा होने के बाद भी सरकार कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है।

सम्मेलन के दौरान फेडरेशन की 11 सूत्रीय मांगों पर विस्तृत चर्चा कर ठोस रणनीति तय की जाएगी। यह आयोजन न केवल दीपावली के उपलक्ष्य में आपसी एकजुटता का प्रतीक होगा, बल्कि कर्मचारियों के अधिकारों और हितों की दिशा में निर्णायक कदम भी साबित होगा।

फेडरेशन की प्रमुख 11 सूत्रीय मांगें इस प्रकार हैं

1️⃣ केंद्र सरकार के समान कर्मचारियों एवं पेंशनरों को देय तिथि से महंगाई भत्ता (DA) लागू किया जाए।

2️⃣ DA एरियर्स की राशि कर्मचारियों के GPF खाते में समायोजित की जाए।

3️⃣ सभी कर्मचारियों को चार स्तरीय समयमान वेतनमान दिया जाए।

4️⃣ लिपिकों, शिक्षकों, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग सहित विभिन्न संवर्गों की वेतन विसंगतियों को दूर करने पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक किया जाए।

5️⃣ प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना करते हुए संपूर्ण सेवा लाभ दिया जाए।पंचायत सचिवों का शासकीयकरण किया जाए।

6️⃣ सहायक शिक्षकों एवं सहायक पशु चिकित्सा अधिकारियों को तृतीय समयमान वेतनमान दिया जाए।नगरीय निकाय के कर्मचारियों को नियमित मासिक वेतन एवं समयबद्ध पदोन्नति दिया जाए।

7️⃣ अनुकंपा नियुक्ति नियमों में 10 प्रतिशत सीलिंग में शिथिलीकरण की जाए।

8️⃣ प्रदेश में कैशलेश सुविधा लागू की जाए।

9️⃣ अर्जित अवकाश नगदीकरण 300 दिवस की जाए।

🔟 दैनिक,अनियमित,संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की ठोस नीति बने।

1️⃣1️⃣ सभी विभागों में समानता लाते हुए सेवानिवृत्त आयु 65 वर्ष की जावे।

दिवाली मिलन समारोह और कर्मचारियों के भविष्य की रणनीति को लेकर फेडरेशन पूर्व संयोजक और वर्तमान संरक्षक सुभाष मिश्र, प्रांतिय संयोजक कमल वर्मा, अनिल शुक्ला, बीपी शर्मा, ओपी शर्मा, आर के तिवारी, आर के रिछारिया, राजेश चटर्जी, संजय ठाकुर, पवन शर्मा और चंद्रकांत पांडेय सहित सभी संगठनों के प्रांत अध्यक्षों ने संबोधित किया दीप प्रज्वलन के साथ फुलझड़ी जलाकर भी दीपावली मनाई गई साथ ही फेडरेशन ने स्पष्ट किया है कि यदि राज्य सरकार इन मांगों पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लेती, तो आगामी चरण में संगठनात्मक आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी। सभी संगठनों का मानना था कि किसी भी अनिश्चितकालीन आंदोलन के पूर्व सभी लोगों से राय लेना चाहिए और कोर कमेटी में चर्चा की जानी चाहिए कर्मचारी संगठनों ने पूर्व में दिखाई गई एकजुट का हवाला देते हुए सभी को एकजुट होकर काम करने की सलाह दी ताकि सरकार से उनकी मांगों को मंगवा सके।

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