कोंडागांव। केशकाल विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम इन दिनों अपने खेतों में देसी अंदाज में पसीना बहाते नजर आ रहे हैं। धान की कटाई-मिंजाई के सीजन में नेताम खुद थ्रेसर मशीन चलाकर मिंजाई करते और कांधे पर धान के भारे उठाते देखे जा रहे हैं। उनकी यह सादगी और मेहनतकश छवि गांव-गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है।

पूर्व विधायक नेताम ने कहा कि राजनीति में आने से पहले से ही वे खेती-किसानी से जुड़े रहे हैं और आज भी यही उनका पेशा व आय का प्रमुख स्रोत है। उन्होंने बताया कि खेती ही उनकी पहली पाठशाला रही है, जिसने उन्हें जीवन और श्रम का असली अर्थ सिखाया।
नेताम ने युवाओं से खेती-बाड़ी की ओर रुझान बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बनने का सबसे सच्चा रास्ता खेती है। “अपन खेती, अपन सेती”—यही उनका जीवन मंत्र है। 1 नवंबर से प्रदेश में धान खरीदी शुरू होने जा रही है, और नेताम खुद खेतों में मेहनत कर अपनी फसल की तैयारी में जुटे हैं। उनका यह सरल और ज़मीनी अंदाज राजनीति में एक मिसाल पेश कर रहा है।
 
	
 
											 
											 
											 
											