:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- लगातार शिकायतों के बाद अंततः जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा
सेजेस विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य मनोज पटेल का उनके मूल शाला में स्थानांतरण कर दिया था ।
उनके स्थान पर प्रदीप सेठ को प्रभारी प्रचार्य नियुक्त किया गया था । किंतु मनोज पटेल द्वारा शाहकीय दस्तावेजो व कार्यालयीन सामग्रियों को नही सौंपे जाने के कारण विद्यालय में कार्यालयीन कार्यो में लगातार बढ़ा आने की शिकायत डीईओ से किये जाने के बाद डीईओ ने पूर्व प्राचार्य मनोज पटेल को शीघ्र सभी दास्तवेजो को सौपें जाने हेतु नोटिस जारी किया गया है । समय पर आदेश का पालन नही किये जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ ही शासकीय कार्यो में बाधा पहुंचाने की कार्यवाही किये जाने की सख्त चेतावनी दी गई है।

इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी विजय लहरे द्वारा पूर्व प्राचार्य व वर्तमान में व्याख्याता अंग्रेजी, शासकीय उच्च. माध्य. विद्यालय भूथिया में पदस्थ मनोज पटेल को नोटिस जारी करते हुवे कहा गया है कि उपरोक्त संदर्भित विषयांतर्गत इस कार्यालय के प.क्र./5928/सेजेस/स्था./2025 महासमुन्द, दिनांक 16/10/2025 के द्वारा आपके स्थान पर प्रदीप नारायण सेठ, व्याख्याता एल.बी को सेजेस सरायपाली का प्र. प्राचार्य बनाया गया है, किन्तु आज पर्यन्त तक आपके द्वारा कार्यालय की चाबियां, आनलाइन ‘कार्यों के आईडी पासवर्ड, कार्यालयीन सामग्री एवं सी.सी.टी.वी सहित अन्य शासकीय दस्तावेज प्रदाय नहीं किया गया है,

जिससे शासकीय कार्य संचालन में बाधा आ रही है। वहीं उक्त संबंध में आपके द्वारा सेजेस सरायपाली के भृत्य घसियाराम चौहान के द्वारा भेजे गये कार्यालयीन पत्र को भी स्वीकार करने से मना किया गया है एवं सेजेस सरायपाली प्र. प्राचार्य को फोन कर गाली गलौज करने संबंधी शिकायत मिली है जो कि एक गंभीर विषय है ।
आपको इस पत्र के माध्यम से सूचित किया जा रहा है कि आप सेजेस सरायपाली के समस्त आवश्यक कार्यालयीन दस्तावेज एवं अलमीरा की चाबी प्र. प्राचार्य को प्रदाय करे जिससें शासकीय कार्य का सुचारू रूप से संचालन हो सके अन्यथा आपके द्वारा शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के कारण अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी, जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
ज्ञातव्य हो कि पूर्व में जब सेजेस विद्यालय में प्रभारी प्राचार्य के पद पर रहते हुवे मनोज पटेल के कार्यकाल में काफी शिकायते व अनियमितताओं की शिकायतें आईं थी । सेजेस से स्थान्तरण होने के बाद पुनः वापस आने के लिए काफी कवायदें भी की गई थी यहां तक कि मीडिया को भी मैनेज कर अपने बेहतरींन कार्यकाल का प्रचार व उनके प्राचार्य पद से हटने के बाद छात्र छात्राओं को होने वाले नुकसान का प्रचार प्रसार करवाया गया था । उनके इस कृत्य की काफी आलोचना भी की गई थी ।