नई दिल्ली। बिहार में सफल परीक्षण के बाद अब देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि 28 अक्टूबर से उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, राजस्थान, पुडुचेरी, मध्य प्रदेश, लक्षद्वीप, केरल, गुजरात, गोवा, छत्तीसगढ़ और अंडमान-निकोबार में यह प्रक्रिया आरंभ होगी। इसके लिए सभी राज्यों के निर्वाचन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार में SIR के सफल क्रियान्वयन के बाद सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के साथ दो बैठकें आयोजित की गईं। इस प्रक्रिया का उद्देश्य अयोग्य मतदाताओं को सूची से हटाना और योग्य मतदाताओं को मताधिकार से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि अनुच्छेद 326 के तहत मतदाता बनने के लिए भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
उन्होंने जानकारी दी कि देश में 21 वर्ष पहले आखिरी बार विशेष गहन पुनरीक्षण किया गया था। अब इसे दोबारा शुरू करने का उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध और सटीक बनाना है। चुनाव आयोग का मानना है कि चुनाव से पूर्व इस प्रक्रिया के माध्यम से फर्जी मतदाताओं को सूची से हटाया जा सकेगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस चरण में प्रत्येक घर पर बीएलओ (BLO) तीन बार जाकर मतदाताओं की जानकारी जुटाएंगे और उसे जिला प्रशासन को सौंपेंगे। जिन राज्यों में SIR प्रक्रिया लागू होगी, वहां आज रात 12 बजे से मतदाता सूची फ्रीज हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के लिए मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू होगा। सभी मुख्य और जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे बुधवार तक राजनीतिक दलों के साथ बैठक करें और उन्हें विशेष गहन पुनरीक्षण की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दें।