:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- नारी सशक्तिकरण को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में
महिला सशक्तिकरण व जागरण के उद्देश्य से सप्त शक्ति संगम
कार्यक्रम 5 अक्टूबर से शुरू किया गया है. जो 23 जनवरी तक चलेगी.
यह कार्यक्रम पुर्णतः माताओं के लिए व माताओं द्वारा आयोजित होने वाला मातृ आयोजन है.

इस संबंध में सरस्वती शिशु मंदिर में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित सुप्त शक्ति संगम कार्यक्रम की प्रान्त संयोजिका सरिता साहू ने पत्रकारों को संबोधित करिये हुवे कहा कि पूरे छ.ग. में विगत 5 अक्टूबर से 23 जनवरी 2026 तक लगभग 4 माह तक विभिन्न केंद्रों में यह आयोजित होने वाला कार्यक्रम पूर्णतः माताओं के लिए व माताओ द्वारा आयोजित होने वाला मातृ संगम कार्यक्रम है।
जब तक महिलाएं स्वयं सशक्त नही होगीं तब ही परिवार समाज व देश समृद्ध व मजबूत नही हो सकेगा । महिलाये सशक्तिकरण , मजबूतीकरण व सक्षम तभी हो सकेंगी जब तक वे साक्षरता को प्राथमिकता नही देंगी । इसके लिए प्रत्येक महिलाओं का साक्षर होना अत्यंत आवश्यक है ।

प्रान्त संयोजिका सरिता साहू ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में समाज में हो रहे भारतीय नैतिक मूल्यों का पतन होना एक विचारणीय प्रश्न है। इस कार्यक्रम के माध्यम से कुटुंभ प्रबोधन, पर्यावरण एवं देश की वर्तमान परिस्थिति में महिलाओं का क्या योगदान होना चाहिए इस पर सामूहिक बैठक कर आपस मे प्रबोधन के माध्यम से चर्चाएं होंगी ।
इस तरह का आयोजन महिलाओं का समूह बनाकर किया जाना है एक समूह में कम से कम 250 महिलाएं शामिल हो सकती हैं व सभी को कम से कम 2 से 4 बार आपस मे परचर्चा आयोजित कर देश के वर्तमान परिस्थितियों में महिलाओं का क्या योगदान होना चाहिए पर चर्चा के साथ सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम से स्त्री के सप्त गुणों को विकसित करने की दिशा में यह महत्वपूर्व साबित होगा।
नारीयों में अन्तर्निहित सप्त गुण जिनमे श्री, कीर्ति, स्मृति, धृति, मेधा, वार तथा क्षमा इन गुणों का इस तरह के आयोजनों से निश्चित विकास होगा ऐसा विश्वास लेकर संस्थान द्वारा उक्त कार्यक्रम पूरे छत्तीसगढ़ में आयोजित किये जा रहे हैं । जिसका प्रतिसाद भी महिला , समाज व देशहित में संतोषप्रद प्राप्त हो रहा है ।
इस अवसर ओर सरस्वती शिशु मंदिर की प्राचार्या टिकेश्वरी यदु व कार्यक्रम प्रभारी प्रतिभा मिश्रा भी उपस्थित थीं ।