चारामा: आवारा कुत्तों का आतंक, पागल कुत्ते ने 8 लोगों को काटा, लोगों ने की ये मांग

चारामा। छत्तीसगढ़ के चारामा नगर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनके हमलों ने स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बना दिया है। गुरुवार को एक दिमागी रूप से अस्वस्थ कुत्ते ने नगर में 8 लोगों को काटकर घायल कर दिया। इस घटना ने प्रशासन से आवारा कुत्तों के टीकाकरण की मांग को और तेज कर दिया है।

घटना का विवरण

गुरुवार को बाजार के दौरान एक पागल कुत्ते ने लथारित बाई (65 वर्ष), राहुल (20 वर्ष, भरतपुर), मंगलराम (55 वर्ष, मुडखुसरा), कार्तिक (42 वर्ष, चपेली), मुकेश सोनकर (14 वर्ष, चारामा), भावेश सोनकर (23 वर्ष, चारामा), अशोक कुमार (29 वर्ष, कांकेर), और सुनिता उईके (35 वर्ष, चारामा) को काट लिया। सभी घायलों का प्राथमिक उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चारामा में किया गया। शुक्रवार को इस कुत्ते का कोई पता नहीं चला और न ही कोई नई घटना सामने आई।

पूर्व की घटना और टीकाकरण की आवश्यकता

लगभग एक माह पूर्व भी एक पागल कुत्ते ने 7 से 8 लोगों को काटा था, जिसे बाद में सुरक्षा की दृष्टि से नगरवासियों ने मार दिया था। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारम ने बताया कि जब कोई पागल कुत्ता किसी सामान्य कुत्ते को काटता है, तो रेबीज वायरस के सिर तक पहुंचने पर वह कुत्ता भी पागल हो जाता है। ऐसे कुत्ते की 10 दिनों के भीतर मृत्यु हो जाती है, और अंतिम दिनों में वह अधिक आक्रामक होकर लोगों पर हमला करता है।

डॉ. तारम के अनुसार, पालतू कुत्तों का टीकाकरण समय पर हो जाता है, लेकिन आवारा कुत्तों के लिए टीकाकरण अभियान नहीं होने से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। बड़े शहरों में आवारा कुत्तों को पकड़कर टीकाकरण करने के अभियान चलाए जाते हैं, लेकिन चारामा जैसे छोटे शहरों में ऐसी सुविधा का अभाव है।

प्रशासन से मांग

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आवारा कुत्तों के लिए सख्त टीकाकरण अभियान शुरू किया जाए। इससे न केवल कुत्तों में फैलने वाली बीमारियों को रोका जा सकेगा, बल्कि ऐसी खतरनाक घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा। प्रशासन को जनता की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।

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