:राजेश राज गुप्ता:
कोरिया: मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के तहत किए जा रहे विकास
कार्यों की साख पर अब सवाल उठने लगे हैं। जिले के ग्राम पंचायत मेंढरा कला
में बनी सीसी सड़क एक साल भी नहीं टिक पाई। 2 लाख 60 हजार की लागत
से बनी यह सड़क अब उखड़ने लगी है। सड़क की यह स्थिति निर्माण कार्य में
घटिया सामग्री और तकनीकी लापरवाही की खुली पोल खोल रही है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत मेंढरा कला के तहत स्कूल से महादेव घर तक लगभग 100 मीटर लंबी सीसी सड़क का निर्माण मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के अंतर्गत कराया गया था। इस निर्माण कार्य की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत मेंढरा कला को सौंपी गई थी। सड़क का कार्य 20 मई 2024 को पूर्ण कर लिया गया था और इसे ग्रामीणों के उपयोग के लिए खोल दिया गया था।

लेकिन सिर्फ एक साल बाद ही इस सड़क की स्थिति जर्जर हो चुकी है। सड़क के कई हिस्से उखड़ गए हैं, सीमेंट-कांक्रीट की परतें टूटकर अलग हो रही हैं। जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं, जिससे न केवल पैदल चलने वालों को परेशानी हो रहे है, बल्कि वाहन चालकों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण के दौरान न तो गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग किया गया और न ही तकनीकी मानकों का पालन हुआ। निर्माण के बाद से ही किसी प्रकार का निरीक्षण या निगरानी नहीं की गई। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का कार्य जल्दबाजी में निपटा दिया गया था, जिससे टिकाऊपन प्रभावित हुआ। दूसरी ओर इंजिनियर ने मामले पर चुप्पी साध ली है|

ग्रामीणों की नाराजगी:
ग्रामवासियों ने इस मामले में नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक तभी पहुंचेगा जब कार्य ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ किए जाएं। उन्होंने प्रशासन से इस निर्माण कार्य की तकनीकी जांच करवाने और दोषी अधिकारियों एवं ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन की भूमिका पर सवाल:
वहीं स्थानीय लोगों ने यह भी सवाल उठाया है कि निर्माण पूरा होने के बाद भी जनपद पंचायत या तकनीकी विभाग द्वारा कार्य की गुणवत्ता की जांच क्यों नहीं की गई? यदि निर्माण के समय सही निरीक्षण किया गया होता तो आज सड़क इस स्थिति में नहीं पहुंचती।
महज एक साल में सड़क का उखड़ना इस बात का प्रमाण है कि निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितता और लापरवाही बरती गई है। मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की विश्वसनीयता तभी बनी रहेगी जब इस तरह के मामलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस पर क्या कदम उठाते हैं।