मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने इस साल की शिवसेना दशहरा रैली को लेकर अहम घोषणा की है। शिंदे ने कहा कि रैली में केवल मुंबई महानगर क्षेत्र के शिवसैनिक शामिल होंगे, जबकि राज्य के अन्य जिलों के कार्यकर्ताओं को बाढ़ और बारिश प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों के लिए तैनात किया जाएगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार दशहरा रैली आजाद मैदान में नहीं होगी, बल्कि नेस्को इंडोर परिसर में आयोजित की जाएगी। शिंदे ने कहा, “इस समय जरूरत है कि हम पीड़ितों की मदद करें। हमारी सोच हमेशा रही है कि 80 प्रतिशत समाजसेवा और 20 प्रतिशत राजनीति होनी चाहिए।”
दूसरी ओर, उद्धव ठाकरे गुट ने शिंदे पर तंज कसा। शिवसेना (उबाठा) नेता आनंद दुबे ने कहा कि 2 अक्टूबर को लोग असली और नकली शिवसेना की रैली देखेंगे। उन्होंने दावा किया कि शिवसेना की असली परंपरा वही है जो बालासाहेब ठाकरे ने 1966 में शिवाजी पार्क से शुरू की थी और जिसे उद्धव ठाकरे ने अब तक कभी बदला नहीं।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इस खबर का टोन राजनीतिक टकराव पर ज्यादा फोकस करके बनाऊं या शिंदे के राहत कार्य वाले फैसले को ज्यादा उभारूं?