Bastar Dussehra grand festival :  विश्व प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ के बस्तर दशहरा के लिए काटे जाते हैं 240 पेड़

Bastar Dussehra grand festival :

Bastar Dussehra grand festival :   माता मावली और दंतेश्वरी को समर्पित है बस्तर दशहरा महापर्व

Bastar Dussehra grand festival :  जगदलपुर !   विश्व प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ के बस्तर दशहरा पर्व के लिए इस वर्ष आठ पहियों वाला विजय रथ तैयार किया जाएगा। इसके लिए माचकोट, दरभा और जगदलपुर वन परिक्षेत्रों में साल, बीजा, आदि के कम से कम 240 पेड़ों की कटाई की जायेगी।


काटी गई लकड़ियों से सिरहासार भवन के सामने रथ तैयार किया जाएगा। यह महापर्व हर्ष और उल्लास के साथ नियमित मनाया जा रहा है। हर एक साल के अंतराल में दशहरा के लिए क्रमशः चार और आठ पहियों वाला रथ तैयार किया जाता है।


इस वर्ष आठ पहियों वाला विजय रथ तैयार किया जाएगा। यह रथ विजयादशमी के दिन भीतर रैनी तथा उसके दूसरे दिन बाहर रैनी के नाम से खींचा जाएगा। बस्तर दशहरा महापर्व माता मावली और दंतेश्वरी को समर्पित है।

 

रथ में माता दंतेश्वरी का छत्र विराजित किया जाता है, इसलिए, बस्तर में रावण वध की परंपरा नहीं है। रथ बनाने ग्राम बेड़ा और झार उमरगांव के करीब डेढ़ सौ कारीगर जगदलपुर पहुंचे हैं। बताया जाता है कि विजय रथ बनाने के लिए लगभग 54 घन मीटर लकड़ी की आवश्यकता होती है।


पिछले पांच वर्षों से बस्तर दशहरा समिति की बैठक में चर्चा हो रही है, कि जगन्नाथ पुरी की तरह यहां भी रथ बनाने काटे गए पेड़ों के बदले चार गुना साल पौधों का रोपण किया जाए।

 

वर्ष 2020, 2021 तथा 2022 में पौध रोपण किया गया था, किन्तु वर्ष 2023 में यह कार्य नहीं हो पाया। कलेक्टोरेट से मिली जानकारी के अनुसार दशहरा समिति की बैठक के दिन ही वर्ष 2023 और 2024 का क्षतिपूर्ति पौधरोपण किया जाएगा।