:हिंगोरा सिंह:
सरगुजा: बाज़ारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में मोबाइल चोरी
की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और इनसे जुड़े साइबर अपराध भी
गंभीर समस्या बन चुके हैं। इसी को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा
के निर्देश पर पुलिस ने एक जागरूकता वीडियो जारी किया है।
सरगुजा पुलिस ने बताया कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों, सार्वजनिक परिवहन, बाज़ारों और आयोजनों में लोग अक्सर मोबाइल शर्ट की ऊपरी जेब में रखते हैं, जिससे चोरों के निशाने पर आ जाते हैं। मोबाइल चोरी के बाद कई बार वित्तीय धोखाधड़ी, ओटीपी दुरुपयोग, व्यक्तिगत डेटा चोरी जैसी वारदातें होती हैं।
मोबाइल चोरी के आम तरीके
- जेबकतरे गिरोह: भीड़ में घुसकर बड़ी सफाई से जेब से मोबाइल निकालते हैं।
- झपटमार गिरोह: बाइक/स्कूटर पर चलकर राहगीरों के हाथों से मोबाइल छीनकर फरार होते हैं।
- नकली खरीददार: दुकानों से मोबाइल खरीदने का नाटक कर मौका मिलते ही भाग जाते हैं।
चोरी हुए मोबाइल से होने वाले साइबर अपराध
- UPI व डिजिटल वॉलेट से पैसे निकालना
- नेट बैंकिंग तक पहुंच व ओटीपी दुरुपयोग
- फोटो, वीडियो व ईमेल जैसे निजी डेटा का दुरुपयोग
- सोशल मीडिया पर फर्जी पहचान बनाना व ब्लैकमेलिंग
- धमकी भरे कॉल/मैसेज भेजकर अपराध को अंजाम देना
मोबाइल चोरी होने पर क्या करें
- तुरंत नज़दीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
- बैंक व डिजिटल वॉलेट ब्लॉक कराएं।
- संचार साथी पोर्टल पर जाकर अपने नाम से जारी सिम कार्ड की संख्या पता करें।
- CEIR पोर्टल से मोबाइल को ब्लॉक करें।
- सभी पासवर्ड बदलें और साइबर अपराध की स्थिति में हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें।
सरगुजा पुलिस ने लोगों से अपील की है कि सतर्क रहें और इन सावधानियों को अपनाकर मोबाइल चोरी और उससे जुड़े साइबर अपराध से खुद को सुरक्षित रखें।