इंदौर। मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने नो कार डे पर एक बार फिर सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने मीडिया के सामने तामझाम के साथ ई-रिक्शा और बस में सफर किया, फोटो खिंचवाए, वीडियो बनवाए और जनता को कार का इस्तेमाल न करने का संदेश दिया। हालांकि, इसके बाद वे कार में बैठकर भोपाल के लिए रवाना हो गए।
मंत्री के स्टाफ ने सफाई दी कि सुबह तुलसी सिलावट ई-रिक्शा से राजवाड़ा गए और फिर बस से देवगुराड़िया पहुंचे। लेकिन इसके बाद वे बाईपास पर कार में बैठकर भोपाल चले गए। इससे सवाल उठ रहे हैं कि अगर नो कार डे का संदेश देना था, तो पूरे दिन बस या ई-रिक्शा का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया?
सिर्फ प्रचार का जरिया?
यह पहली बार नहीं है जब तुलसी सिलावट इस तरह के पब्लिसिटी स्टंट में नजर आए हों। इससे पहले भी उनके कई फोटो और वीडियो वायरल हो चुके हैं, जिनमें वे दिखावे के लिए कार्य करते दिखे। नो कार डे पर जनता को संदेश देने वाले मंत्री के कार इस्तेमाल करने से यह सवाल उठता है कि यह पहल जनता के लिए थी या महज प्रचार का माध्यम?