रायपुर। अपराधिक पृष्ठभूमि का आदतन अपराधी जमीन के बहुत से फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड खलील अहमद निजामी अंतत: लुका-छिपी के खेल के बाद पुलिस के हत्थे चढ़कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया है।
खलील अहमद ने सुलताना बेगम के साथ मिलकर राजधानी रायपुर से लगे डोमा गांव में जमीन बिक्री में फर्जीवाड़ा किया था। खलील अहमद के खिलाफ छत्तीसगढ़ समेत यूपी में भी अपराधिक केस दर्ज है। ज्ञात हो कि रायपुर से लगे डोमा ग्राम की अपने पूर्व पति की पारिवारिक जमीन को अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को साथ लेकर दस्तावेजों में हेरफेर करके बेचने वाली महिला सुलताना बेगम और उसके साथ इस 420 के कृत्य में शामिल फैजल शहिद, खलील अहमद निजामी, अब्दुल जुनैद सिद्दीकी जिन पर पूर्व से ही अपराधिक प्रकरण दर्ज है, को उनके साथी जीशान सिद्दीकी, मोहम्मद फारुख और अन्य लोगों की मिलीभगत से पटवारी रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने वाली सुलताना बेगम और उसके सहयोगियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318, (4) 338, 336 (3), 340 (2), 61 (2) 3(5) के तहत सेजबहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
इस प्रकरण में खरीदने वाले ने नामांतरण के लिए जब इश्तेहार प्रकाशित कराया, तब इसका खुलासा हुआ। इस प्रकरण की जानकारी होने पर परिवार से जुड़े जमीन के असली मालिकों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। खलील अहमद निजामी के विरुद्घ चिचोला जिला राजनांदगांव थाने में 6 एफआईआर दर्ज है। इसके अलावा उत्तरप्रदेश में भी इसके उपर एफआईआर दर्ज है। खलील मूलत: उत्तरप्रदेश के हमीरपुर मौदा का रहने वाला है।
इसी तरह अब्दुल जुनैद सिद्दीकी जो कि खलील के साथ संगठित तौर पर जमीन के फर्जीवाड़ा में लिप्त है और उसकी गैंग में शामिल है। उस जुनैद के खिलाफ रायपुर के सिटी कोतवाली में बलात्कार का अपराध दर्ज है।
जमीन के फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड खलील अहमद पहुंचा जेल की सलाखों के पीछे

19
Sep