:राजकुमार मल:
भाटापारा- एकक्षत्र राज रहा है इलायची दाना का प्रसाद के बाजार में। इस बार यह खत्म
हो सकता है क्योंकि चना से कड़ा मुकाबला है, जिसकी मांग प्रसाद
के रूप में सबसे ज्यादा निकली हुई है।
आसान उपलब्धता। स्थिर कीमत। बेहतर की संभावना इसलिए क्योंकि थोक बाजार ने भरपूर भंडारण किया हुआ है श्री विश्वकर्मा पूजा और श्री दुर्गा पूजा यानी नवरात्रि के लिए प्रसाद का। इधर फल बाजार सेब और केला में विशेष खरीदी की प्रतीक्षा कर रहा है क्योंकि प्रसाद के लिए यह दोनों फल भी खूब खरीदे जाते हैं।

कड़ा मुकाबला
परंपरागत प्रसाद माना जाता रहा है इलायची दाना को। श्रद्धा के साथ स्वीकार करते हैं भक्त लेकिन पहली बार इलायची दाना को चना से कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है। दिलचस्प यह कि इलायची दाना की प्रति किलो कीमत 100 रुपए और चना की प्रति किलो कीमत 120 रुपए है।
रुझान इनका भी
दीपावली पर खूब खरीदा जाता है बताशा। होलसेल के बाद रिटेल काउंटर में यह 120 से 125 रुपए किलो पर उपलब्ध है। रेवड़ी की भी मौजूदगी देखी जा रही है, 160 रुपए किलो जैसी कीमत के साथ। अरसे बाद मिश्री के पैकेट देखे जा रहे हैं। यह पूजा पंडालों में 80 रुपए किलो की दर पर पहुंचेगा।

निकली मांग सेब, केला और खीरा में
सेब, केला और खीरा। सभी पूजा स्थलों में प्रसाद के रूप में दिए जाते हैं। लगभग रोज मांग में रहने वाली यह तीनों सामग्रियां श्री विश्वकर्मा पूजा पंडालों में नजर आ रहीं हैं। करीब ही है नवरात्रि। इसलिए अतिरिक्त मात्रा में मंगाए जा रहे हैं सेब,केला और खीरा। कीमत की बात करें तो खीरा 30 से 40 रुपए किलो और सेब 100 से 140 रुपए किलो बोले जा रहे हैं। केला 40 से 50 रुपए दर्जन पर मिल रहे हैं।
