:रमेश गुप्ता:
आगामी नवरात्रि (22 सितंबर 2025 से) और दुर्गोत्सव को देखते हुए दुर्ग पुलिस ने
सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारी शुरू कर दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के निर्देश पर सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम
भिलाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) सुखनंदन राठौर ने
दुर्गोत्सव आयोजन समितियों के अध्यक्षों और सदस्यों की बैठक ली।
बैठक में आयोजकों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए, ताकि पर्व शांतिपूर्वक
और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके।
आयोजन समितियों के लिए मुख्य निर्देश
- आयोजन के लिए संबंधित अनुविभागीय दंडाधिकारी से अनिवार्य रूप से अनुमति लेना होगी।
- ध्वनि विस्तारक यंत्रों (लाउडस्पीकर) के उपयोग में माननीय उच्चतम एवं उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करना होगा।
- रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक किसी भी स्थिति में ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग नहीं होगा।
- डी.जे. का उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।

- पंडाल और पार्किंग स्थलों पर पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य होगा।
- प्रतिमा एवं पंडाल की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी आयोजन समिति की होगी।
- हर रात पंडाल में अनिवार्य रूप से वॉलंटियर नियुक्त करने होंगे, 24 घंटे पर्याप्त संख्या में वॉलंटियर रखने होंगे।
- प्रत्येक वॉलंटियर का सत्यापन कराया जाए और अध्यक्ष/सदस्यों व वॉलंटियर की सूची संबंधित थाना/चौकी को दी जाए।
- वाहन पार्किंग और आवागमन बाधित न हो, इसके लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था हो।
- पार्किंग शुल्क नहीं लिया जाएगा, शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
- श्रद्धालु पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के आगमन-प्रस्थान के मार्ग अलग-अलग रखे जाएं।
- झांकियों में पर्याप्त प्रवेश और निकास द्वार हों।

- सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सूचना एक दिन पूर्व संबंधित थाना/चौकी को देना होगा।
- किसी भी व्यक्ति, समुदाय, जाति या धर्म की भावनाएं आहत न हों, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।
- प्रतिमाओं का विसर्जन केवल प्रशासन द्वारा तय नदी/तालाबों में नियत तिथि व समय पर किया जाए।
सौहार्दपूर्ण माहौल में पर्व मनाने की अपील
बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक, दुर्ग, भिलाई नगर, छावनी और थाना/चौकी प्रभारी के अलावा 125 से अधिक दुर्गोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष/सदस्य उपस्थित रहे।
पुलिस प्रशासन ने सभी से आपसी सौहार्द और शांति बनाए रखते हुए नवरात्रि व दुर्गोत्सव मनाने की अपील की।