झिलमिला चौक में अस्थायी पुलिस सहायता केंद्र की स्थापना सुरक्षा के दृष्टिकोण से आवश्यक



सरायपाली में सबसे व्यस्ततम व भारी भीड़-भाड़ वाली कोई जगह है तो वह है झिलमिला स्थित चौक। नगर प्रवेश व निकासी का यह एक प्रमुख स्थान है। सारंगढ़ व ओड़िसा की ओर आने व जाने के लिए यह नगर का प्रमुख तिराहा है। दिन को भारी वाहनों, छोटे वाहनों के साथ साथ आने जाने वालों का तांता लगे रहता है।

आसपास के मोहल्ले में गरीब व बाहर से आये लोगों की बसाहट यहां अत्यधिक है तो वही रोजी कमाने वाले भी अधिक होने से शाम को भीड़ अधिक हो जाती है। प्रमुख स्थल व हलचल रहने के कारण कई लोग यही समय बिताने व अनावश्यक रूप से घूमते दिखाई देते हैं ।

इसी स्थान के आसपास नशीली पदार्थो व दवाइयों के मिलने से भी भीड़ होती है । होटल व ढाबा होने से रौनक तो बढ़ती है पर इसके साथ साथ अनावश्यक रूप से लोगो की भीड़ भी हो जाती है ।


इस संबंध में कुछ होटल व दुकान संचालकों, मोहल्ले वासियों व जनप्रतिनिधियों ने बताया कि इस झिलमिला चौक जो कि नगर का प्रवेश व निकासी द्वार कहलाता है। यहां हमेशा भीड़भाड़ व यातायात का भारी दबाव रहता है।

बिहार, झारखंड व ओड़िसा से रात्रिकालीन बसों का आना जाना रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक निरंतर बने रहता है। इन बसों में प्रतिदिन सैकड़ो यात्री सफर करते हैं। इस चौक में बस चालको व यात्रियो के लिए बडी व सुविधाजनक होटल होने के कारण बस चालक यही चाय व भोजन करना पसंद करते हैं।

तो वही बहुत से यात्री इसी स्थान से बसों में चढ़ना व उतरना भी सुविधानुसार करते हैं। पर इन सभी के बावजूद सबसे अधिक खतरा चौक के पास स्थित शराब दुकानों से है।

शराब दुकान लगे होने के कारण कुछ असामाजिक तत्व नशे में धुत होने के कारण बसो से महिला यात्रियों को भोजन करने व वॉशरूम जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । महिलाओं के वॉशरूम के लिए नगरपालिका की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं होने से उन्हें वॉशरूम लिए काफी परेशानियों का सामना के करना पड़ रहा है।

शराबियों व असामाजिक तत्वों की हमेशा इनकी उपस्थिति की वजह से आये दिनों लड़ाई झगड़े, मारपीट, लूटमार, हुड़दंग, गाली गलौच, चोरी चमारी, चाकूबाजी आदि की घटनाएं आये दिन होते रहती है।


पुलिस विभाग के लिए भी यह चौक चेकिंग पॉइंट के लिए महत्वपूर्ण है। किसी संदिग्ध गाड़ीयो अथवा व्यक्तियों को सूचना के आधार पर जांच के लिए रोकना होता है तो पुलिस इसी चौराहे पर आकर चेकिंग करती है व आरोपियों को आसानी से पकड़ लेती हैं।


नगर के चुने हुवे विभिन्न जनप्रतिनिधियों, वार्ड पार्षदों होटल संचालकों अन्य व्यवसायियों व नगरवासियों ने पुलिस अधीक्षक , एसडीएम , एसडीओपी , व टीआई से मांग करते हुए कहा है कि उक्त कारणों को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही झिलमिला में एक अस्थायी तौर पर

पुलिस सहायता केंद्र की स्थापना की जानी चाहिए। इसके स्थापना से ही शराबियों , असमाजिक तत्वों व विभिन्न अपराधों में

संलग्न रहने वाले व इस चौक के आसपास अवैध व्यवसाय करने से भी रोक लग सकेगी तो वही कभी भी रंगेहाथों पकड़ा भी जा सकता है ।

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