रायपुर। प्रदेशभर में एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) कर्मचारियों ने आज अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सभी जिलों में सीएमएचओ कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में कर्मचारी पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में नियमितीकरण शामिल है। उनका कहना है कि लंबे समय से सेवा देने के बावजूद उन्हें स्थायी पद का लाभ नहीं मिल रहा। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे सामूहिक इस्तीफा देंगे।
केवल रायपुर जिले में ही 1300 से अधिक एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। वहीं प्रदेशभर में करीब 16,000 एनएचएम कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर दिया है। इससे ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह प्रभावित हो गई हैं।

मरीजों को अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
कर्मचारियों ने सरकार से जल्द निर्णय लेने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि उनकी 10 सूत्री मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं की गई तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा।
प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं फिलहाल ठप, मरीज बेहाल – अब देखना होगा कि सरकार एनएचएम कर्मचारियों के इस बड़े आंदोलन पर क्या रुख अपनाती है।