रायपुर। प्रदेश में मतदाता सूची की जांच को लेकर कांग्रेस की रणनीति पर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस द्वारा हर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची के परीक्षण की घोषणा के बाद राज्य के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री टंकराम वर्मा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस अभी भी अपनी हार पचा नहीं पा रही है। पहले ईवीएम पर सवाल उठाए, अब वोटर लिस्ट पर बहाना बना रही है।”

मंत्री वर्मा ने साफ शब्दों में कहा कि जनता के जनादेश का सम्मान करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस को अब भी हार स्वीकार करने में तकलीफ है। उन्होंने कहा, “अगर कांग्रेस को मतदाता सूची का परीक्षण कराना है तो जरूर कराएं, पर बार-बार हार का बहाना बनाना जनता का अपमान है।”
फर्जी वोटरों की पहचान में जुटी कांग्रेस
दरअसल, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की मतदाता सूचियों की चार बिंदुओं पर जांच कर फर्जी वोटरों की पहचान करें और रिपोर्ट PCC कार्यालय में जमा करें। कांग्रेस का दावा है कि 2023 विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी हुई थी।
बस्तर में भारी बारिश पर बोले मंत्री
बस्तर संभाग में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति पर मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि हालात को नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासन सक्रिय है। करीब 200 लोगों को शिफ्ट किया गया है, और 6 लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
उन्होंने बताया कि गीदम-बीजापुर पुल क्षतिग्रस्त हो गया है और दरभा नाले में बस्तर घूमने गए एक परिवार की कार बहने से चार लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने राहत-बचाव कार्य तेज करने और पीड़ित परिवार को नियम अनुसार क्षतिपूर्ति देने के निर्देश दिए हैं।
जेम पोर्टल खरीदी पर भी दी सफाई
ट्रैक सूट और अन्य सामानों की खरीदी में गड़बड़ी के आरोपों पर भी मंत्री वर्मा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार पारदर्शिता में विश्वास रखती है, इसलिए GeM पोर्टल से खरीदी की जाती है। अब तक कोई गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। यदि भविष्य में शिकायत मिलती है तो उस पर जांच और उचित कार्रवाई की जाएगी।“
निष्कर्ष:
एक ओर कांग्रेस जहां मतदाता सूची को लेकर संघन जांच अभियान की तैयारी में जुटी है, वहीं दूसरी ओर मंत्री टंकराम वर्मा इसे कांग्रेस की राजनीतिक हार की निराशा से जोड़ते हुए राजनीतिक स्टंट करार दे रहे हैं। आने वाले दिनों में यह मुद्दा राजनीति का बड़ा केंद्र बन सकता है।