बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस ने गांजा तस्करी के बड़े मामले का खुलासा किया है। उसलापुर रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के दो तस्करों को गिरफ्तार किया, जो खुद को भारतीय सेना का जवान बताकर फर्जी पहचान पत्र से गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे।

कैसे हुआ खुलासा
एसीसीयू और थाना सिविल लाइन की टीम को सूचना मिली थी कि रेलवे स्टेशन के पास संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं। पुलिस ने घेराबंदी की तो दो संदिग्ध भागने लगे। पकड़ने पर एक आरोपी, रूपेश सिंह ने सेना का पहचान पत्र दिखाकर बचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सतर्कता और उसके हावभाव ने सच्चाई उजागर कर दी। जांच में आईडी कार्ड नकली पाया गया।
आरोपियों की पहचान और बरामदगी
गिरफ्तार तस्करों में 25 वर्षीय रूपेश सिंह, निवासी ग्राम कोटवा हनुमानगंज, थाना हडिया, जिला प्रयागराज और 38 वर्षीय विनोद कुमार सिंह, निवासी वार्ड क्रमांक 38 बुड़ियादेवी मंदिर, थाना कोतवाली, जिला प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) शामिल हैं। तलाशी में उनके पास से 21 किलो 100 ग्राम गांजा और मोबाइल फोन बरामद किए गए।
कानूनी कार्रवाई और जांच
पुलिस ने एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही फर्जी दस्तावेज बनाने और उपयोग करने पर बीएनएस की कूटरचना संबंधी धाराएं भी जोड़ी गई हैं। अधिकारियों के अनुसार, आरोपी इस फर्जी आईडी का इस्तेमाल ट्रेन टिकट बुक करने में भी कर रहे थे।
नेटवर्क की तलाश
तस्करों से पूछताछ जारी है ताकि यह पता चल सके कि गांजा कहां से लाया जा रहा था और कहां खपाने की योजना थी। पुलिस ने दावा किया है कि इस सिंडिकेट से जुड़े अन्य लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।