कलेक्टर ने किया डिजिटल क्रॉप सर्वे का निरीक्षण…ऑनलाइन गिरदावरी से होगा फसल और भूमि पारदर्शी का आकलन

निरीक्षण के दौरान उन्होंने सर्वेयरों द्वारा किए जा रहे ऑनलाइन कार्यों का अवलोकन किया और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस मौके पर अपर कलेक्टर सुनील नायक, एसडीएम फागेश सिन्हा, तहसीलदार उमेश्वर सिंह बाज सहित प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।

कलेक्टर श्री भोसकर ने बताया कि डिजिटल क्रॉप सर्वे ग्रामीण प्रशासन और किसानों दोनों के लिए एक बड़ी तकनीकी क्रांति है, इससे फसल की स्थिति और भूमि के उपयोग का सटीक आकलन किया जा सकेगा। अब किसानों को अपनी भूमि से जुड़ी जानकारी या फसल गिरदावरी से संबंधित अभिलेख प्राप्त करने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, क्योंकि सबकुछ ऑनलाइन दर्ज और उपलब्ध होगा।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सर्वे कार्य समय-सीमा में पूरा किया जाए और उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। साथ ही किसानों की फसल और भूमि की जानकारी का सही-सही आंकलन सुनिश्चित किया जाए ताकि आगे चलकर फसल बीमा, ऋण सुविधा और शासकीय योजनाओं का लाभ किसानों तक सरलता से पहुंच सके।

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने गांव के सर्वेयरों से संवाद कर उनकी समस्याओं और चुनौतियों को भी जान। उन्होंने आश्वासन दिया कि सर्वे कार्य की पारदर्शिता और दक्षता बनाए रखने के लिए प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा।

राज्य शासन की इस अभिनव पहल का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी आधारित और पारदर्शी राजस्व प्रबंधन स्थापित करना है।

डिजिटल क्रॉप सर्वे से भूमि अभिलेखों का डिजिटलीकरण सुनिश्चित होगा, जिससे भू-स्वामित्व संबंधी विवादों में कमी आएगी और किसानों को योजनाओं का लाभ सहज रूप से मिलेगा।

ग्राम सोनपुर कला के ग्रामीणों ने भी डीसीएस प्रणाली की सराहना करते हुए बताया कि इस पहल से किसानों का काम काफी आसान हो जाएगा।

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