:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :- वैसे तो गौरवपथ जिस विवादों के बीच बन रहा है वह सर्वविदित है । भूमिपूजन के साथ शुरू हुआ विवाद का दौर आज भी जारी है,कोई भी दिन ऐसा नही जाता जब शिकायते न आती हो पर कभी भी कोई समाधान नगरपालिका नही करती है । नगरवासियो व व्यवसायियों की तकलीफों से न नगरपालिका को न ही नपाध्यक्ष को और न ही किसी पार्षदों को कोई मतलब नही हैं ।

गौरवपथ मे हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कभी किसी विपक्षी पार्षदों ने भी न आवाज उठाई और न ही विरोध किया । ऐसा नही है कि इसके लिए सिर्फ नगरपालिका दोषी है । दोषी तो स्वयं कांग्रेस के नपाध्यक्ष भी थे जिन्होंने कुछ लोगो को सहयोग करने के चक्कर मे गौरवपथ का प्राक्कलन ही दोषपूर्ण बनवाया । उसी का भुगतान आज नगर भुगत रहा है ।
प्रत्येक विकास व निर्माण कार्यो को राजनीति व तुष्टिकरण की नीति के तत्वजब भी कोई योजनाएं बनाई जाएगी उसका दुष्परिणाम ऐसे ही मिलता है । यही गौरवपथ बसना में भी बन रहा है वहां कोई तुष्टिकरण व राजनीति नही चली नगर में 60 – 60 फिट सभी निर्माणों को हटाकर बेहतरीन व गुणवत्तापूर्ण तरीके से कार्य हो रहा है । और यहां सिर्फ तुष्टिकरण व कमीशन खोरी ।

बसना में भी ठेकेदार जिन्हें देना चाहिए उसे कमीशन दे रहा होगा यह एक समान्य प्रक्रिया है किंतु नगर पंचायत बसना , उसके पदाधिकारी , नगरवासियो व जनप्रतिनिधियों ने पहले नगर के विकास को प्राथमिकता दी व उसी अनुरूप कार्य भी हो रहा है और ठीक इसके विपरीत सोच सरायपाली की है ।
गौरावपथ योजना व प्राक्कलन में तुष्टिकरण की नीति कांग्रेस शासन में हुई बची खुची कसर भाजपा की नगर सरकार ने कर दी । इसके लिए सिर्फ नगर सरकारें ही दोषी नही थी यहां के सत्ताधारी पार्टी के नेता व नगर वासी भी कम दोषी नही है । जिनके कारण आज नगर की यह दुर्दशा हो गई है ।
गौरवपथ का निर्माण अभी निर्माणाधीन है और ठेकेदार भी अभी मौजूद है उसके बावजूद भी नालियों का निर्माण वगैरह की हालत देखी जा सकती है । ठेकेदार के जाने के बाद क्या होगा इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है ।
गौरवपथ में जो सड़के बनाई गई है अनेक जगहों पर पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नही होने के कारण सड़क ने ही तालाब की तरह पानी भर गया है ।
कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया में भाजपा पर तंज कसते हुवे कहा जा रहा है कि मछली पालन के लिए सड़क जगह उपलब्ध है ।
इतना कुछ होने के बावजूद नपाध्यक्ष , पार्षदों व नगरपालिका तरफ से कोई कार्यवाही नही करना दुखद है ।
संलग्न फोटो मुख्यमार्ग पर स्थित पंचतारा होटल के सामने का है जो पानी से लबालब भरा है ।
