कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है, जिसने स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों के बीच प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जिले के एसपी सिद्धार्थ तिवारी और कलेक्टर अजीत वसंत 15 अगस्त की तैयारियों का जायजा लेने सीडल ग्राउंड पहुंचे थे, जहां एसपी की सरकारी गाड़ी में सामने की ओर तिरंगा झंडा उल्टा लगा हुआ देखा गया।

यह दृश्य देखकर उपस्थित लोगों और सोशल मीडिया पर सक्रिय नागरिकों में नाराजगी फैल गई। देश के राष्ट्रीय ध्वज का ऐसा अपमान न केवल असंवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि यह सवाल भी खड़े करता है कि क्या जिम्मेदार अधिकारी राष्ट्रीय प्रतीकों के महत्व को समझते हैं? क्या तिरंगे का सम्मान केवल तिरंगा यात्राओं और औपचारिक आयोजनों तक सीमित रह गया है?
राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित नियमों के तहत तिरंगे को सही दिशा में, आदरपूर्वक और सम्मान के साथ प्रदर्शित किया जाना अनिवार्य है। ऐसे में अधिकारियों द्वारा इस तरह की चूक को आम नागरिक एक गंभीर लापरवाही और राष्ट्र के गौरव के प्रति अनादर के रूप में देख रहे हैं।
घटना सामने आने के बाद से आम जनता और कई सामाजिक संगठनों ने इसकी जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन की तरफ से अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस घटना ने स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व से पहले सरकारी मशीनरी की सतर्कता पर सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं।
देश की आन-बान-शान तिरंगे का इस तरह अपमान किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।