:रमेश गुप्ता:
भिलाई : पुलिस ने एक बड़ी साइबर ठगी का भंडाफोड़ करते हुए उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने सीबीआई और क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर एक महिला को डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 12.5 लाख रुपये की ठगी की थी। एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी।
क्या था पूरा मामला?
- 1 जुलाई 2025 को भिलाई निवासी शोभा झा (सेक्टर-7) को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया।
- कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई और क्राइम ब्रांच, कोलकाता का अधिकारी बताया और दावा किया कि शोभा किसी मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसी हैं।
- उन्होंने धमकी दी कि अगर वह पैसे नहीं जमा कराती हैं, तो उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर जेल भेज दिया जाएगा।
- डर के मारे शोभा ने अपनी जमा पूंजी और गहने गिरवी रखकर 12.5 लाख रुपये आरोपियों के बताए खाते में RTGS के जरिए ट्रांसफर कर दिए।
पुलिस ने कैसे पकड़े आरोपी?
- शोभा ने 8 जुलाई को थाना भिलाई नगर में शिकायत दर्ज कराई।
- साइबर टीम ने टेक्निकल एनालिसिस कर फतेहपुर (UP) के दो आरोपियों को ट्रैक किया।
- छापेमारी में आरोपियों से 3 कॉल कन्वर्टर मशीन, 1 लैपटॉप, 105 SIM कार्ड और 5 मोबाइल फोन बरामद किए गए।
- आरोपी कॉल कन्वर्टर मशीन और सॉफ्टवेयर की मदद से 90-100 SIM कार्ड एक साथ इस्तेमाल करते थे, जिससे उनकी पहचान छुपी रहती थी।

गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
- शहबाज़ उर्फ मोहम्मद फैजल अहमद (मवाना, मेरठ, UP)
- अनस खान (सिविल लाइन, फतेहपुर, UP)
पुलिस टीम की बड़ी कार्रवाई
- पत्रकार वार्ता में सीएसपी (भिलाई नगर) सत्य प्रकाश तिवारी,भिलाई नगर थाना प्रभारी प्रशांत मिश्रा मौजूद थे.
- एसीसीयू और भिलाई नगर पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की।
- उक्त कार्यवाही में थाना नेवई से उप निरीक्षक सुरेन्द्र तारम, एसीसीयू से प्र.आर. मेघराज चेलक, आर. जावेद हुसैन, जुगनू सिंह एवं थाना भिलाई नगर से पोषण चंद्राकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही