business of fake bills: फर्जी बिल का गोरख धंधा…खेला जा रहा बड़ा खेल

:दिलीप गुप्ता:

सरायपाली :- नगर में इन दिनों फर्जी बिल का धंधा जोर शोर से चल रहा है । इसका आकर्षण इतना आकर्षित है कि नामी गिरामी लोग , व्यवसायी व सफेद पोश लोग भी इस धंधे में शामिल हो गए हैं इसके साथ ही सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि जो व्यवसाय हम नही कर रहे हैं उसका भी बिल धड़ल्ले से बना तगड़ा कमीशन लेकर दिया जा रहा है । नगर की कोई भी ऐसी सरकारी कार्यालय , स्कूल , कालेज , पंचायते , व इससे संबंधित संस्थाएं नही हैं जहां कमीशन लेकर फर्जी बिल नही दिया जा रहा है ।

इस संवाददाता को लगभग 150 पेज इसी तरह के बिलो की जानकारी मिली है जिसे प्रथम दृष्टि में देखने पर ही उसके फर्जी होने का अहसास होता है । सर्वाधिक फर्जी बिल स्टेशनरी , भवन , पुल , सड़क , इलेक्ट्रॉनिक , इलेक्ट्रिक ,बिजली आदि से संबंधित बनाई जा रही है ।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कुछ व्यवसायी तो एक स्टाफ सिर्फ कम्प्यूटर से फर्जी बिल बनाने के लिए ही रखा गया है जो सिर्फ विभिन्न विभागों को फर्जी बिल प्रदान कर रहे हैं ।


खासियत बात तो यह है कि कुछ दुकानदारों के पास जीएसटी में रजिस्ट्रेशन है पर बिल में कहीं भी जीएसटी का उल्लेख नही किया गया है । तो वही कुछ व्यवसायी ऐसे भी हैं जो भारी कमीशन के लालच में उनके व्यवसाय में जो वस्तुवें नही बेची जाती हैं उसका भी बिल बनाकर सेटिंग कर बनाया जा रहा है ।
जिस व्यक्ति के पास संबंधित उत्पाद का वह कोई उत्पादन भी नही करता वह भी पंचायतो , सरकारी कार्यालयों व ठेकेदारों को मोटी रकम लेकर फर्जी बिल बनाकर दे रहें है ।
नगर के अनेक व्यवसायी बेतहाशा फर्जी बिल बनाकर अनेक शिक्षण संस्थाओं , विभिन्न कार्यालयों , ग्राम पंचायतों में दिए जाने की जानकारी मिल रही है । कुछ बिलो में जीएसटी राशि का भी उल्लेख है । नियमत बगैर जीएसटी के सामानों का क्रय नही किया जा सकता ।

 

ऐसे सभी फर्जी बिल जिनमे जीएसटी पेड़ बताया जा है इनकी शिकायत जीएसटी विभाग में कई जाने की जानकारी मिली है । इससे यह भी पता चल पायेगा की यह बिल फर्जी है तो जीएसटी की वसूली की जा सकेगी तथा गलत पाये जाने पर वैधानिक कार्यवाही किये जाने का प्रावधान की जानकारी मिली है ।
विकास खंड शिक्षा कार्यालय द्वारा 24/3/25 को 1 ही दिन में एक ही दुकान से 2,78,925 रुपए की सामग्री खरीदी की गई है । इतनी बड़ी राशि की खरीदी के लिए निविदा निकाली गई थी या नही की जानकारी ली जा रही है ।