School Education Department: अतिशेष बचाने परिवीक्षा अवधि शिक्षक को कर दिया दूसरे स्कूल में अटैच

:संजय सोनी:

भानुप्रतापपुर। एक तरफ शासन स्वयं नियम बनाते है परिवीक्षा अवधि वाले शिक्षकों को न ही दूसरे स्कूल में अटैच करना है और न ही उनकी कोई दूसरी जगह पोस्टिंग किया जाना है। लेकिन नियमो का पालन स्वयं विभाग के अधिकारी ही नही कर रहे है। ऐसा ही एक मामला भानुप्रतापपुर ब्लाक में सामने आया है। जहां पर ब्लाक शिक्षा अधिकारी के द्वारा एक शिक्षक को अतिशेष से बचाते हुए परिवीक्षा अवधि वाले शिक्षक को दूसरे स्कूल में अटैच कर दिया गया है।

 

बता दे कि जिला शिक्षा अधिकारी उ ब कांकेर के पत्र आदेश क्रमांक/ स्था 4/ सीधी भर्ती/ सहायक शिक्षक/2023/ 9279/ कांकेर दिनांक 22, 9, 2023 को शासकीय प्राथमिक शाला नारायणपुर में शिक्षक धनश्याम को पदांकित किया गया। शिक्षक धनश्याम के द्वारा 4,10,2023 शासकीय प्राथमिक शाला नारायणपुर में ज्वाइनिंग किया गया
नियमतः उनकी परिवीक्षा अवधि पूर्ण होने तक 03,09,2026 तक उन्हें अटैच करने व दूसरे स्कूल में पोस्टिंग करने का प्रावधान नही है। लेकिन उन्हें शासकीय प्राथमिक शाला नारायणपुर से हटाकर दिनांक 15, 01, 2025 को बसन्तनगर प्राथमिक स्कूल में अटैच किया गया है जो नियम विरुद्ध है।

मिली जानकारी के अनुसार प्राथमिक शाला नारायणपुर में शिक्षक श्रीमती सुलेखा धनकर प्रधानपाठक, सहायक शिक्षक पार्वती समरथ पदस्थ है। परिवीक्षा अवधि के दौरान शिक्षक धनश्याम के पोस्टिंग के साथ वहा पर तीन शिक्षक हो गए।वहा पर वर्तमान में बच्चों कि दर्ज संख्या 32 है जबकि शासन के नियम अनुसार युक्तियुक्तकरण के तहत दर्ज संख्या के अनुपात के अनुसार दर्ज संख्या 60 तक 1+1 का नियम है। वहा पर दर्ज सँख्या के अनुपात से पार्वती समरथ शिक्षक अतिशेष की श्रेणी में आ रहा था, प्रधानपाठक एवं परिवीक्षा अवधि वाले शिक्षक को रखते हुए वहा सहायक शिक्षक अतिशेष होता लेकिन ऐसा नही किया गया बल्कि परिवीक्षा अवधि वाले सर को ही दूसरे स्कूल में अटैच कर दिया गया। जो शिक्षको के लिए न्याय संगत नही है।
अब देखने वाले बात यह होगी कि शिक्षक घनश्याम का नाम प्राथमिक शाला नारायणपुर में दर्ज है या फिर प्राथमिक शाला बसंतनगर यह तो शिक्षा अधिकारी ही जाने। क्योंकि उच्च शिक्षा विभाग मंत्रालय रायपुर के आदेश कड़े निर्देश कि 5 जून तक संलग्नीकरण को समाप्त करते हुए मूल पद स्थापना किया जाए के वावजूद अधिकारी आदेश का पालन करने के लिए गंभीर दिखाई नही दे रहे है जो समझ से परे है।

बता दे कि स्कूलों में सेटअप के बावजूद परिवीक्षा वाले को बेवजह विषय बाध्यता को समाप्त करते हुए शिक्षको की भारी मात्रा में पोस्टिंग दे दी गई है। जिसके चलते कांकेर जिला ही नही अपितू पूरे बस्तर संभाग के सैकड़ो शिक्षक अतिशेष हो गए है। भारी मात्रा में शिक्षकों के अतिशेष हो जाने से शिक्षक मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे है, वही शिक्षा व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।