Sakti news- करोंड़ों के canal lining कार्य में गड़बड़ी 

जांच अधिकारियों ने पाया बड़ी अनियमितता

टीम के प्रतिवेदन पर होगी बड़ी कार्रवाई

सक्ती – वृषभ तीर्थ दमउदहरा के पास नहर लाइनिंग के चल रहे कार्यों के शिकायत के बाद जिला कलेक्टर अमृत विकास तोपनो के द्वारा जांच टीम गठन कर 20 जून को जांच कर प्रतिवेदन देने का आदेश जारी किया गया था जिस पर जांच टीम के द्वारा वृषभ तीर्थ नहर लाइनिंग कार्य एवं देवी जलाशय बांध गेट की जांच की। 

जांच के दौरान जांच अधिकारियों ने बताया नहर लाइनिंग कार्य में बड़ी अनियमिता पाई गई है कई स्लेप टूटे हुए पाए गए वहीं मिट्टी कवरिंग कपलिंग का कार्य सही नहीं पाया गया तथा स्लेप की मोटाई एस्टीमेट के आधार से कम है जिस पर जांच अधिकारी एडिशनल एसपी एस के पैंकरा हितेंद्र राठौर के द्वारा लंबाई चौड़ाई नहर में गिरे हुए मिट्टी मुरम टूटे हुए स्लैब कपलिंग का जांच के दौरान एस्टीमेट से हटकर कार्य करना पाया गया जिस पर जांच अधिकारी द्वारा कहा गया की नहर लाइनिंग कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी हुई है जिसके चलते किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाएगा हमारे द्वारा जांच उपरांत शीघ्र जांच प्रतिवेदन उचित कार्यवाही के लिए जिला कलेक्टर को सौपां जाएगा वहीं जांच अधिकारी एडिशनल कलेक्टर एस के पैकरा द्वारा बताया गया अनीयमिता की शिकायत पाई गई हमारे द्वारा देवरी जलाशय बांध एवं वृषभ तीर्थ नहर लाइनिंग का जांच तकनीकी सहायक एवं विभाग के कर्मचारियों द्वारा कराया गया है।

कार्य में अनेकों कमियां पाई गई है शीघ्र ही जांच प्रतिवेदन जिला कलेक्टर कार्यालय में सौपां जाएगा आगे की कार्यवाही जिला कलेक्टर के दिशा निर्देश पर की जाएगी।

शासन चाहे जितना भी किसानों के हित में कार्य करें परंतु अधिकारी किसानों के हित का कार्य न कर अपनी जेब गर्म करने में लगे रहते हैं जिसका ताजा उदाहरण नहर लाइनिंग कार्य वृषभ तीर्थ जलाशय एवं देवरी जलाशय बांध में देखा गया नहर लाइनिंग का कार्य एसडीओ इंजीनियर के नाक के नीचे इनको देख रेख में ऐसे गुणवत्ताहीन कार्य हुए उसके बाद भी इनके द्वारा ठेकेदार से कार्य को सही क्यों नहीं कराया गया इससे ही प्रतीत होता है कि ऐसे गुणवत्ताहीन कार्य एवं एस्टीमेट से हटकर कार्य कराया जाना कहीं ना कहीं बड़ी भ्रष्टाचार के आशंका को जन्म देता है वही गंजी क्षेत्र के किसानों ने कलेक्टर अमृत विकास तोपनो का आभार प्रकट करते हुए कहा हम सभी जिला कलेक्टर को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने हम किसानों के दुख दर्द को समझा और नर लाइनिंग होने वाले भ्रष्टाचार रोकने के लिए जांच टीम गठन कर हम किसानों के लिए जो हित का कार्य किया है वह सराहनीय है।

जांच टीम द्वारा हम सभी किसानों के खेतों तक पानी पहुंचे और नहर में किए गए भ्रष्टाचार पर किसानों के अहित में होने वाले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का कार्य जो किया है वह सराहनीय है और हम सभी किसान जांच टीम के आभारी रहेंगे जो हमारे नहर को सुधरवाने के लिए सही कार्य करवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

शासन प्रशासन द्वारा कार्य करने से पहले एस्टीमेट तैयार किया जाता है और उसमें निर्देश दिया जाता है कि इंजीनियर एसडीओ की देखरेख में कार्य कराया जाए और एस्टीमेट के आधार पर होना चाहिए परंतु इस प्रकार का करोड़ों रुपए के नहर में भ्रष्टाचार अगर उनकी देखरेख में हुआ है तो कहीं ना कहीं अधिकारी की सैलिप्ता भी नजर आती है क्योंकि एक वर्ष से यह काम चल रहा है और ठेकेदार अपने मनमानी ढंग से कार्य करते हुए गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा अगर इंजीनियर और एसडीओ मौके पर लगातार निरीक्षण कर इस टाइप के गुणवत्ताहीन कार्य कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं ठेकेदार के साथ उनके साथ गांठ नजर आती है।