Gatka Competition: अकाल पूरब की फौज गतका प्रतियोगिता में सरायपाली को मिला तीसरा स्थान

दुर्ग में आयोजित राज्य स्तरीय गतका अखाड़ा प्रतियोगिता में मिली सफलता

:दिलीप गुप्ता:

सरायपाली :- अकाल पूरब की फौज दल ने राज्य स्तरीय गतका अखाड़ा प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त कर सिक्ख समाज व नगर का गौरव बढ़ाया है ।
ज्ञातव्य हो की विगत दिनों दुर्ग में हुए रोमांचक गतका मुकाव‌ले में सरायपाली की 9 सदस्यीय खिलाड़ियों की टीम भी शामिल हुई थी । यह टीम प्रशिक्षक सेवादार पलप्रीत जटाल व सुखविंदर बग्गा के नेतृत्व में शामिल हुवे थे । अकाल पुरख की फौज गतका दल ने राज्य स्तरीय गतका अखाड़ा प्रतियोगिता में सरायपाली की गतका टीम ने तीसरा स्थान हासिल कर संपूर्ण सिंक्ख समाज तथा सरायपाली नगर को गौरवान्वित किया है।

ज्ञातव्य हो की सरायपाली के चेकपोस्ट स्थित गुरुद्वारा में प्रशिक्षक सेवादार पलप्रीत जटाल व सुखविंदर बग्गा द्वारा 1 से 30 मई तक सिक्ख समाज के बच्चो को लगातार विभिन्न विधाओं के साथ साथ शस्त्र परिचालन का भी प्रशिक्षण दिया गया । सभी बच्चो ने काफी मेहनत व लगन से प्रशिक्षण में भाग लिया । जिसका परिणाम दुर्ग में आयोजित प्रतियोगिता में सरायपाली को तृतीय स्थान प्राप्त होना बहुत ही गौरव की बात है । इस मुकाबले में 9 लड़‌कियों ने भाग किया और जीत हासिल की। यह मुकाबला हम चाकर गोविंद के गतका फूल दुर्ग के द्वारा आयोजित किया गया था।
हुवां विस्सा संभाल गतका मुकाबले में सिंगल करी सोड़ी काईट में शहर की अवनीत कौर तथा प्रभजोत सिंह ने नेशनल इंटर नेशनल रिखालाड़ियों को हराकर मुकाबले में अपनी जगह बनाई व दूसरा स्थान प्राप्त किया।


दुर्ग में श्री गुरूसिंघ सभा दुर्ग द्वार 8 वें वर्ष में आयोजित इस प्रतियोगिता में जीत हासिल करने के पश्चात अपने गृहनगर सरायपाली लौटी पूरी टीम का गुरु नानक दरबार चेकपोस्ट द्वारा बहुत ही उत्साह व खुशी से सभी बच्चों का स्वागत करते हुवे उनका उत्साह वर्धन किया गया । सभी ने मिलकर सुखमती साहेब का पाठ कर वाहेगुरु का धन्यवाद दिया व प्रशिक्षक पलप्रीत सिंह का भी सम्मान किया गया ।। शहर के गुरलीन कौर , तनवीर कौर, रवनीत वगैर, सिमरन कौर हनीप्रीत कौर, अवनीत कोरे, सुरजीत कौरे, कुलदीप पोरे, सिखवीर सिंह, करमजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, प्रभजोत सिंह , सिमरदीप सिंह व पलप्रीत सिंह ने शस्त्र विद्या प्राप्त की। शहर के बच्चों द्वारा प्राप्त की गई इस सफलता के लिए संपूर्ण सिंक्ख समाज द्वारा इस उपलब्धि पर बच्चों को बधाई दी गई।
ज्ञातव्य हो की सिक्ख समाज मे शस्त्र पूजा का विशेष महत्व होता है । यह कार्यक्रम बच्चो को ही समर्पित किया गया है । प्रशिक्षण में परंपरागत रूप से उपयोग में आने वाले व विपरीत तथा संकट की घड़ी में आत्मरक्षा पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है । इस अवसर पर दुर्ग नगर निगम की महापौर अलका बाघमारे भी उपस्थित होकर बच्चो का उत्साहवर्धन करती रहीं । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सिख समाज का प्रमुख उद्देश्य सेवा भावना के तहत कार्य करना है । त्याग , बलिदान , कुर्बानी , सेवा भावना , सहनशीलता इनका प्रमुख अस्त्र है । इस यरह के आयोजनों से बच्चो में समाज मे सदियों से परम्पराओ के अनुसार शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही शारीरिक , मानसिक व बौद्धिक विकास में सहायक सिद्ध होता है ।