Charama: नव पदस्थ थाना प्रभारी जितेंद्र साहू ने साइबर फ्राड से बचने के बताया उपाय

नव पदस्थ थाना प्रभारी जितेंद्र साहू ने साइबर फ्राड से बचने के उपाय बताया

चारामा। नव पदस्थ थाना प्रभारी जितेंद्र साहू के द्वारा 21 मार्च क़ो शासकीय आईटीआई कॉलेज बाबू कोहका में सभी विद्यार्थियों के लिए 01 घंटे का करियर काउंसलिंग अपराध एवं धाराओं की जानकारी को लेकर चर्चा पर चर्चा आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने सबसे पहले परिचर्चा की शुरुआत वर्तमान में होने वाले साइबर क्राइम सोशल क्राइम एवं अलग-अलग तरीकों से होने वाले अपराधों की जानकारी दी, उन्होंने साइबर क्राइम में वर्तमान में मोबाइल पर विभिन्न तरीकों से ओटीपी की जानकारी लेकर आपके खाते से पूरी रकम निकालने को लेकर लोगों को स्वयं एवं अपने आसपास अपने घर परिवार में जागरूक होने की सलाह दी, साथ ही युवक एवं युवतियां दोनों छात्र-छात्राओं को गुड टच बेड टच, महिला संबंधी अपराध, साइबर फ्राड से बचने के उपाय, और पढ़ाई के बाद हमें किस क्षेत्र में जाना चाहिए, हमारी रुचि अनुसार हमें किस क्षेत्र में काम करना चाहिए पर करियर काउंसलिंग करते हुए जानकारी दी।

वहीं उन्होंने अंत में विशेष प्रकार के एक अपराध जिस छात्र-छात्राओं के साथ-साथ आम नागरिकों को भी जानना आवश्यक है, की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में हर हाथ में मोबाइल फोन है, मोबाइल पर फोन इंटरनेट से जुड़ा हुआ है और इंटरनेट पर हर प्रकार की अच्छी और बुरी बातों का संग्रहण है, जिसमें हमें यह चयन करना होता है कि हमें अच्छी बातें सीखनी है या गलत बातें सीखनी है,हमें अच्छे वीडियो देखने हैं या गलत वीडियो देखने हैं,हमें अच्छे-अच्छे जानकारी प्राप्त करनी है या गलत गलत जानकारियां लेनी है, यह हमारे ऊपर निर्भर करता है। इसी तरह इंटरनेट पर अनेकों प्रकार के अश्लील और आपत्तिजनक वीडियो फोटोस भी होते हैं, जो बड़ी मात्रा में एक मोबाइल से दूसरी मोबाइल पर फैल रहे हैं या फैलाये जा रहे हैं, हम मजाक मजाक में बिना कानून की जानकारी के अश्लील वीडियो फोटोस को एक दूसरे के बीच शेयर करते हैं,वह कहीं पर अपलोड कर देते हैं,लेकिन यह बहुत बड़ा अपराध है जिस पर सरकार सख्त कानून के साथ अब कार्रवाई कर रही है, उन्होंने आईटी एक्ट की धारा 67 और 67 ए की जानकारी देते हुए कहा कि इंटरनेट और सोशल मीडिया पर अश्लील आपत्तिजनक और योंन उत्पीड़न से जुड़ी हुई फोटोस वीडियो और बातों को अपलोड करना या शेयर करना यह एक बहुत बड़ा अपराध है, जिस पर दिल्ली के आईटी सेल के द्वारा सीधे कार्रवाई की जा रही है, जिस पर स्थानीय पुलिस या जिला पुलिस का कोई नियंत्रण नहीं है, दिल्ली आईटी सेल पुलिस के द्वारा सीधे ऐसे मामलो में एफ आई आर की जा रही है और जिस पर आजीवन करावाश के साथ-साथ लाखों रुपए जुर्माना और दंड का प्रावधान हैं, और ऐसे केसों में अपराधी को जमानत तक नहीं दी जाती है यानी यह अपराध नॉन बेल हैं।

इसलिए ऐसे अपराधों से अपने आप को बचाने के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बहुत सोच समझकर कोई भी फोटो वीडियो अपलोड करें, खासकर आपत्तिजनक और अश्लील या महिलाओं से जुड़े फोटोस को बिल्कुल भी सोशल मीडिया पर वायरल ना करें,इसके साथ-साथ उन्होंने सड़क परिवहन मारपीट हथियार एवं अन्य कई मामलों की जानकारी भी छात्र-छात्राओं के बीच रखी,साथी उन्होंने छात्र-छात्राओं से यह अपील की कि वह अपने परिवार जनों को अपने गांव घर सभी को इन अपराधों खासकर आईटी एक्ट 67 और 67 एक ही जानकारी देते हुए जागरूक करें ताकि जाने अनजाने में कोई व्यक्ति ऐसे अपराध न कर सके। वहीं उन्होंने पलकों से भी अपील की है कि वह अपने बालक बालिकाओं जिनके हाथ में मोबाइल है पर ध्यान जरूर रखें कि वह उसे मोबाइल में क्या देख रहे हैं या सोशल मीडिया में क्या अपलोड कर रहे हैं क्योंकि अगर धोखे से भी सोशल मीडिया पर इस धारा के तहत कोई मामला आ गया, तो उसमें किसी भी प्रकार की रियायत नहीं मिल सकती हैं. जो छात्र-छात्राओं के करियर को भी बर्बाद कर सकता है।