बिलासपुर | CG News: शासकीय स्कूलों को जब अंग्रेजी माध्यम में बनाया गया तो या संदेश गया कि अब शासकीय स्कूलों में भी शिक्षा के स्तर में सुधार होगी। लेकिन ऐसा कुछ यहां देखने को नहीं मिलता क्योंकि यहां शिक्षा में जो सुधार की गुंजाइश थी. उसे परिपूर्ण नहीं किया गया इसकी मुख्य वजह रही स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में लॉटरी के माध्यम से प्रवेश दिया जाना।
दरअसल लॉटरी के माध्यम से जिन विद्यार्थियों को प्रवेश मिलता है वह उतनी बेहतर नहीं होते जिसकी वजह से इन स्कूलों में परीक्षा परिणाम खराब आ रहे हैं जो उत्कृष्ट विद्यार्थी होते हैं उनका चयन लॉटरी के माध्यम से नहीं हो पाता जिससे परीक्षा परिणाम में भी इसका असर पड़ता है यही वजह है कि अब स्कूलों में मेरिट लिस्ट के आधार पर प्रवेश देने की मांग उठने लगी है ऐसा माना जा रहा है. की मेरिट लिस्ट के आधार पर जिन बच्चों का चयन स्वामी आत्मानंद स्कूलों में होगा।
उसे परिणाम भी बेहतर आएंगे और विद्यार्थी भी शिक्षा के प्रति जागरूक होंगे क्योंकि अध्यापन कर तो वही शिक्षक शिक्षिका करते हैं लेकिन कमजोर विद्यार्थी शिक्षक ग्रहण करने में जरा भी दिलचस्पी नहीं दिखाई यही वजह है कि शासकीय स्कूलों के परिणाम खराब आते हैं अगर यहां भी मेरिट लिस्ट के आधार पर विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया तो इन स्कूलों के परिणाम बेहतर होंगे और किसी प्रकार की कोईखराब रिजल्ट की बात भी सामने नहीं आएगी लेकिन जरूरत है तो इस दिशा में ध्यान देकर व्यवस्था बनाने की