सुस्त सिस्टम से समय पर नहीं हो रहा उठाओ, धान खरीदी हो सकती है बंद, किसान चिंतित!

महासमुंद: छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले सहित प्रदेश में 14 नवंबर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू हुई है। राज्य सरकार द्वारा किसानों से खरीदे जा रहे समर्थन मूल्य में धान की अवधि एक माह से अधिक हो गया है। 31 जनवरी तक नियमानुसार यह खरीदी की जानी है। समितियों में बम्पर धान की आवक और सुस्त गति से हो रहे धान उठाव के चलते महासमुंद जिले के 182 धान खरीदी केंद्रों में धान बड़ी मात्रा में जाम है।

यदि आंकड़ों की बात करें तो महासमुंद जिले के 182 धान खरीदी केंद्रों में 40 लाख 90 हजार क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है, जिसमें केवल अब तक मिलरों और ट्रांसपोर्टर द्वारा 4 लाख 50 हजार क्विंटल धान का उठाव हो पाया है, अभी भी करीब 35 लाख क्विंटल धान संग्रहण केंद्रों में जाम है। हालांकि मार्कफेड विभाग ने मिलरों को 10 लाख 44 हजार क्विंटल धान के उठाव का टीओ-डीओ जारी कर दिया है।

धान का सही समय में उठाव नहीं होने के कारण कई धान खरीदी केंद्रों में अब खरीदी को लेकर संकट मंडरा रहा है। समय पर उठाव नहीं होने के कारण आने वाले समय में धान की खरीदी प्रभावित भी हो सकती है। जिससे किसान और समिति प्रभारी सभी चिंतित नजर आ रहे हैं। हालाकिं मामले में मार्कफेड के अधिकारी जहां जहां विपरीत परिस्थिति बन रही है वहां वहां चिन्हांकन कर धान पहले उठाने की बात कर रहे है। और धान खरीदी प्रभावित नहीं होने का दावा कर रहे है।

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