मेकाहारा अस्पताल में आग लगने की सुचना पर अफरा तफरी,दमकल कर्मियों नें ऐसे किए हालात काबू में!

 

 

हिमांशु/प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल मेकाहारा में आज सुबह आग लगने की सुचना पर अफरा तफरी मच गई…चंद मिनटों में फायर ब्रिगेड की गाड़िया, एम्बुलेंस दर्जनों NDRf और SDRF की टीम भी पहुंच गई…घायलों को तत्काल स्ट्रेचर पर लिटाकर अस्पताल रवाना किया गया… टीम जल्द से जल्द रेस्कयू में जुट गई..इतना सब देख आस पास मौजूद लोगो के होश उड़ गए..लेकिन थोड़ी देर में ही लोगो नें राहत की सांस ली !

 

दरअसल ये सब घटना घटित होने के पहले प्रायोजित तरीके से सारे व्यवस्थाओ को दुरुस्त करने एक अभ्यास (मॉक ड्रिल )किया जाता हैँ..

 

आज ndrf (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), SDRF (राज्य आपदा प्रतिकिया बल) और जिला अग्निशमन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आज डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में फायर एंड रेस्क्यू (अग्नि और सुरक्षा) मॉक ड्रिल का प्रदर्शन किया गया। अस्पताल में आग लगने की संभावित परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम ने आपसी समन्वय से सुरक्षा एवं बचाव का जीवंत अभ्यास प्रदर्शन कर आपदा से निपटने के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी।

मॉक ड्रिल के दौरान तीनों टीम ने अभ्यास प्रदर्शन करते हुए संभावित घटना के लिए तैयारियों का आकलन किया। वहां उपस्थित नर्सिंग स्टॉफ, कर्मचारियों और सुरक्षा गार्ड्स को आग लगने की घटनाओं और उससे निर्मित परिस्थितियों पर विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि जटिल आपात स्थितियों में कैसे काम किया जाता है ? प्रतीकात्मक रूप से आग लगने की घटना को प्रदर्शित करते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां फायर सायरन बजाते हुए मौके पर पहुंची। पानी के प्रेशर पाइप के जरिये अस्पताल के तीसरे मॉले पर आग बुझाने की प्रैक्टिस की गई। टीम ने अस्पताल के अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने संबंधी अभ्यास किया। इसी तारतम्य में घायल लोगों को स्ट्रेचर पर लिटाकर प्राथमिक उपचार देकर एम्बुलेंस के जरिये दूसरे अस्पताल भेजा। जिला अग्निशमन कर्मियों द्वारा अग्नि मॉक ड्रिल में आग बुझाने, फायर सेफ्टी उपकरणों के प्रयोग के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई। कहीं भी छोटी सी आग लगे उसके लिए आम लोगों को फर्स्ट एड फायर फाइटिंग का प्रशिक्षण दिया। विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंग्विशर या अग्निशामक यंत्र और उसमें भरे जाने वाले गीला रसायन, कॉर्बन डाइ ऑक्साइड, फोम और पानी के बारे में जानकारी दी। कौन सा यंत्र किस प्रकार का आग बुझा सकता है, इसका भी प्रदर्शन किया गया।

 

फायर एंड रेस्क्यू मॉक ड्रिल के दौरान अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर, सहायक अधीक्षक डॉ. अनिल बघेल, उप नर्सिंग अधीक्षक नंदा रंगारी, जिला अग्निशमन अधिकारी पुष्पराज सिंह, एनडीआरएफ तीसरी बटालियन के प्रमुख पवन जोशी, एसडीआरएफ से जागेश्वर धीवर, फायर ब्रिगेड टीम से इमरान खान समेत गुरूषोत्तम सोम, राम खिलावन साहू, सुरेश कुमार ध्रुव, कन्हैया लाल एवं अन्य सैनिक उपस्थित रहे। राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित इन सभी का अभ्यास प्रदर्शन सराहनीय रहा।