torrential rain: तीन दिन की झमाझम बारिश से नदी-नाले उफान पर

चारामा। महानदी से लेकर चारामा विकासखण्ड की सभी नदी मे पुल तक पानी चढ गया। कई जगह सडके पानी मे डुबने की खबरे भी सामने आई हाराडुला पुल के उपर से महानदी का पानी बहने लगे। जिससे आवागमन बंद रहा। वही सोमवार की रात्रि मे सिरसिदा बाँध मे पानी ओव्हर फ्लो होने से बाँध का पानी ओव्हर फलो मार्ग से ही बहते हुए सिरसिंदा से बडेगौरी जाने वाले मार्ग के उपर से बडने लगा। रात के 10 बजे जब पानी सडक के उपर से बह रहा था, तब मार्ग पर आने जाने वालो मे सडक पार करने के दौरान ग्राम सिरसिदा के ही गणेश साडु जो कि टेंट हाउस का समान सहित माईक का सिस्टम लेकर सडक पार कर रहे थे, तभी अचानक पुरी सडक पानी के साथ बह गई। गणेश बाईक और टेंट के पुरे समान सहित पुल से नीचे गिर गया पुल के नीचे गहरे हिस्से मे उसकी बाईक और माईक और टेन्ट का समान चला गया, गणेश बडी मुश्किल से पानी के तेज बहाव में अपने आप को संभाल पाया। घटना के कुछ देर बाद गाँव के लोग की सहायता से उसे पुल से बाहर निकाला गया, लेकिन उसका समान मंगलवार की शाम तक भी पुल मे पानी के बहाव के नीचे ही रहा। गणेश साहु को तत्काल चारामा अस्पताल लाया गया। जहाँ उसका प्राथमिक उपचार उसकी स्थिति बिगडती हुई देख उसे रायपुर रिफर किया गया। जहाँ उसे आईसीयु में भर्ती किया गया हैं उसके शरीर में पानी घुस गया, सडक से नीचे गिरने पर कमर की हड्डी टुटी हुई है, साथ ही चेहरे व शरीर के अन्य हिस्सो पर गंभीर और अदरूनी चोटे भी आई है। वही मंगलवार की सुबह सुबह ही ग्राम जैसाकर्रा निवासी भरतलाल बारला अपने दो मित्र जो कि परसोदा गाँव के है के साथ कर्रा से परसोदा जा रहे थे, क्योकि पानी सडके के उपर से बह रहा था, उफान की वजह से टुट हुई सडक दिखाई नही दे रही थी, जिसके चलते बाईक में सवार तीनो बाईक सहित उसी पुल मे गिर गये जिन्हे आस पास उपस्थित लोगो की मदद से सनी को बाहर निकाला गया। जिसके एक व्यक्ति पानी के तेज बहाव के कारण पुल से 100 मीटर दुरी तक बड गया। लेकिन इनकी भी बाईक उसी पुल के पानी मे कडी डुब गई। जो अभी तक नही मिल पाई। ग्रामीणो की मदद से सभी चारामा अस्पताल लाया गया। जहाँ इस सभी का ईलाज जारी है। वही पुल टुटने की खबर पता चलते ही सुबह 08 बजे क्षेत्र की विधायक सावित्री मंडावी तत्काल ग्राम सिरसिदा पहुँची और टुटे हुए पुल का जायजा लिया और सम्बधित ग्राम पंचायत एव विभाग को पानी का फ्लोव कम होते ही तत्काल सडक मरम्मत को कहाँ एवं आम जनता से सडक के उपर बहने वाले पानी से गाडिया नही निकालने की अपील की। उनके साथ नरेन्द्र यादव पूर्व गौ सेवा सदस्य, जनपद उपाध्यक्ष सत्तार खान उपस्थित रहे। ग्रामीणो ने बताया कि उक्त सडक और पुलिया का निर्माण महज 03-04 साल पूर्व ही हुआ है। लेकिन घटिया क्वालिटी के पुल निर्माण किये जाने के कारण यह हादसा हुआ है। जिसके लिए सम्बधित विभाग और उसके अधिकारी कर्मचारी जिम्मेदार है। वंडी बारिश थमने का नाम नही ले रही है। मंगलवार को भी दिन भर तेज बारिश होती रही। जिससे नदी नाले सहित खेत भी लबालब हो गये।