Kawardha Collector : 09 सितम्बर से 23 अक्टूबर तक चलाया जाएगा आयुष्मान कार्ड महाअभियान

Kawardha Collector :

Kawardha Collector :  कलेक्टर ने जिले में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की, दिए निर्देश

कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिला स्वास्थ्य समिति की ली बैठक

Kawardha Collector :  कवर्धा । कलेक्टर  जनमेजय महोबे ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक लेकर जिले में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना, सिकल सेल अभियान, चिराचु कार्यक्रम, गैर संचारी रोग, एनआरसी सहित विभिन्न योजनाओं के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड लक्ष्य को पूरा करने 09 सितम्बर 2024 से 23 अक्टूबर 2024 तक ‘‘आयुष्मान कार्ड, महाअभियान‘‘ चलाने के निर्देश दिए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल राज ने बताया कि 09 सितम्बर से 23 अक्टूबर 2024 तक ‘‘आयुष्मान कार्ड, महाअभियान‘ चलाया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारी कर ली गई है। ‘‘आयुष्मान कार्ड, महाअभियान‘‘ में जिले में घर – घर जाकर व समस्त अनुबंधित शासकीय चिकित्सा संस्थानों में किओस्क ऑपरेटरों द्वारा भी इन संस्थानों पर अभियान के दौरान निःशुल्क आयुष्मान कार्ड पंजीयन निरंतर जारी रहेगा। बैठक में बताया गया कि कबीरधाम जिले में अभी तक ‘‘आपके द्वार आयुष्मान‘‘ अभियान का संचालन किया गया जिसमें जिले में 74 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड पंजीयन किया जा चुका है। अब बचे हुए जिले के लगभग 26 प्रतिशत राशन कार्डधारी व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड पंजीयन कराया जाएगा।

बैठक में बताया गया कि जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग कबीरधाम द्वारा विशेष अभियान चलाकर दिनांक 09 सितम्बर 2024 से 23 अक्टूबर 2024 तक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत अभियान प्रारंभ किया जा रहा हैं जिसमें स्वास्थ्य विभाग से चिन्हांकित दल द्वारा घर – घर भ्रमण कर स्वास्थ्य सुविधाओं व आयुष्मान कार्ड से वंचित हितग्राहियों का निर्धारित सर्वे प्रपत्रानुसार सर्वे कर, सर्वे सूची में चिन्हांकित हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड बनाकर लाभांवित किया जाएगा।

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‘‘आयुष्मान कार्ड, महाअभियान‘‘ के शतप्रतिशत क्रियांन्वयन तथा सफलता के लिए विकासखण्ड एवं ग्राम स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा हैं।

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजनांतर्गत, सभी निवासी परिवारों को उपचार लाभ प्रदान किया जा रहा है। राज्य खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी राशन कार्ड के आधार पर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना एवं शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजनांतर्गत के तहत सभी राशन कार्डधारी परिवारों को 5 लाख तक एवं कार्डधारी को 50 हजार प्रतिवर्ष उपचार लाभ प्रदान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत राज्य के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने तथा दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले व्यय से बचाने के लिए राज्य शासन द्वारा संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना प्रारंम्भ करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत् सहायता राज्य एवं राज्य के बाहर के पंजीकृत चिकित्सालय में उपचार कराने पर ही प्रदान की जाएगी। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि अपने राज्य के नागरिकों के इलाज के लिए प्रदान कर रहा है जिससे स्वस्थ एवं बेहतर छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जा सके।

राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना एवं मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना चलाई जा रही है। इसके तहत हितग्राहियों को पंजीकृत अस्पतालों में नगद रहित उपचार लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना अंतर्गत, अंत्योदय व प्राथमिकता के क्रियाशील राशन कार्ड धारी परिवारों के लिए प्रतिवर्ष प्रति परिवार रुपए 5 लाख तक एवं अन्य क्रियाशील राशन कार्ड धारी परिवारों के लिए रुपए 50 हजार तक का निःशुल्क का ईलाज पंजीकृत अस्पतालों में उपलब्ध है। राज्य शासन द्वारा संचालित मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना अंतर्गत सूचीबद्ध गंभीर एवं अन्य दुर्लभ बीमारियां होने पर योजना के नियमानुसार रुपए 25 लाख तक का निःशुल्क उपचार प्राप्त करने के लिए भी आयुष्मान कार्ड का होना आवश्यक है। पात्र परिवार के प्रत्येक सदस्य को अलग-अलग आयुष्मान कार्ड बनवाना अनिर्वाय होगा। निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए हितग्राही को अपना राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड दिखना होता हैं वर्तमान में निःशुल्क आयुष्मान कार्ड सभी पंजीकृत सरकारी और निजी अस्पतालों तथा चॉइस सेंटरो में बनाया जा रहा है हितग्राही अपने निवास के नजदीकी अस्पताल की जानकारी योजना के टोल फ्री नंबर 104 से प्राप्त कर सकते हैं।

 

समय रहते आयुष्मान कार्ड बनवाकर हमेशा अपने पास रखें एवं इलाज की आवश्यकता होने पर आसानी से पंजीकृत चिकित्सालय में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकते है। योजना अंतर्गत पंजीकृत अस्पतालों में योजना के निर्धारित चिकित्सा पैकेजों के माध्यम से भर्ती होने की स्थिति में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। योजना संबंधी अधिक जानकारी या शिकायत के लिए मितानिन दीदी, ए.एन.एम. दीदी, स्थानीय पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय या टोल फ्री टेलीफोन नंबर 104/14555 से संपर्क किया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु आवष्यक दस्तावेज के रूप में राशन कार्ड (वर्तमान में क्रियाशील राशन कार्ड), आधार कार्ड (हितग्राहियों के पास उनका अपडेटेड आधार कार्ड जिसमें वर्तमान का मोबाईल नम्बर दर्ज हो जो बायोमैट्रिक अपडेटेड हों), मोबाईल नम्बर, (वर्तामन में क्रियाशील मोबईल नम्बर स्वयं का या परिवार के अन्य सदस्य का)

कलेक्टर श्री महोबे ने सिकल सेल कार्यक्रम अंतर्गत लक्ष्य अनुसार शत पतिशत हितग्राहीयो की जॉच एवं कार्ड का वितरण करने के निर्देश दिये गये। चिरायु कार्यक्रम अंतर्गत शत प्रतिशत बच्चो का प्ररिक्षण करने कहा गया। गंभीर बिमारी से ग्रसित बच्चे जिन्हे उच्च संस्था में रिफर किया गया उन बच्चो का ईलाज यथाशिध्र करने के निर्देश दिए। एन.क्यु.ए.एस कार्यकम अंतर्गत स्वास्थ्य संस्थाओ का सर्टिफिकेशन कराया जाना है। इस संबंध में कार्ययोजना बनाते हुए अधिक से अधिक संस्थाओ का सर्टिफिकेशन कराए जाने के निर्देश दिए। वर्तमान में कुल 09 स्वास्थ्य संस्थाओ का एन.क्यु.ए.एस. सर्टिफिकेशन हो चुका है।

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Kawardha Collector : गैर संचारी रोग कार्यक्रम अंतर्गत कैन्सर वाले रोगियो का फालोअप लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्रो में शतप्रतिशत बेड आकुपेन्सी रेट होना चाहिए। बच्चो को भर्ती करने के संबंध में वर्तमान स्थिति में और सुधार करने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्रो में बच्चो को इस तरह से आहार दिया जाए की बच्चे कुपोषण से सुपोषण की ओर अग्रसर हो।

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