Sexual violence : यौन हिंसा की घटना को लेकर मशाल जलाकर, पोस्टर लेकर, नारे लगाते हुए पैदल मार्च
Sexual violence : बिलासपुर ! बिलासपुर की सड़कों पर मेरी रात मेरी सड़क समूह के द्वारा छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में रक्षाबंधन के दिन लौट रही युवती के साथ बलात्कार की घटना, कोलकाता में डॉ अभया (बदला नाम) के साथ बलात्कार के बाद हत्त्या की घटना, मणिपुर में महिलाओं के साथ बालात्कार कर नंगा घूमाये जाने की घटना, महाराष्ट्र में दो नाबालिग के साथ यौन हिंसा की घटना सहित देश के अलग अलग कोने में हर रोज हो रही घटनाओं को लेकर देश की आधी आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु मशाल जलाकर, पोस्टर लेकर, नारे लगाते हुए पैदल मार्च किया गया।
समूह की संयोजक प्रियंका शुक्ला ने जानकारी दी कि इस नाईट मार्च को बीते 5 सालों से लगातार किया जा रहा है, इसका उद्देश्य है कि दिन हो या रात, घर हो या बाहर हो,देश की आधी आबादी को सुरक्षा सुनिश्चित हो, प्रियंका आगे कहती है कि हर बार घटना के बाद हमे याद आता है कि निर्भया हमारी बेटी है, अभ्या हमारी बेटी है लेकिन बलात्कार हो जाने के बाद, क्यों नही ऐसा माहौल बनाया जाता कि ऐसी घटना हो ही मत, ऐसे में न सिर्फ सत्ताधारी दल बल्कि समाज के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी भी बनती है कि अपने घर, समाज मे बच्चों की परवरिश में, स्कूल के पढ़ाई में बचपन से उन्हें संवेदनशील नागरिक बनाने का प्रयास करे,इस पितृसत्तात्मक समाज मे बच्चियों, महिलाओ , नाबालिग के लिए एक स्वस्थ वातावरण बनाया जा सके।
आयोजन में शामिल लॉ की स्टूडेंट समा कहती है कि ऐसे में जब सत्ता में बृजभूषण जैसे नेता बैठे होते है, तो उंनको भी देखकर हमारा (महिलाओ का) मनोबल टूटता है। ऐसे में मेरी रात मेरी सड़क के तरफ से हम मांग करते है कि ऐसे नेताओ को उनके पद और जिम्मेदारी से हटाया जाए, उन्हें राजनीतिक दलों के जगह नहीं मिलनी चाहिए।
प्रियंका शुक्ला ने कहा कि देश में डॉक्टर सहित तमाम प्रोफेशनल पेशे की महिलाओं के लिए रात में सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाने चाहिए, डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाना चाहिए, इस तरह के मामलों में देश में फास्ट ट्रैक कोर्ट की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए और न्याय मिलने में देरी न हो यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम में पायल लाट,शालिनी गेरा, मिथिलेश बघेल,दीपाली गुप्ता, श्रेया श्रीवास, डॉ रश्मि बुधिया, प्रेरणा, समा, रोज़ी रानी,रेहाना, कृष्णा, मुदित मिश्रा, नंद कश्यप, वर्तिका,प्रियंका शुक्ला, सिद्धार्थ, सरदार जसबीर सिंग, आलोक शुक्ला,अजय अनन्त,तरुण, अरुण नायर,नुरुल हुडा, अरविंद पांडे,किरण पाल सिंग चावला, डॉ सौरभ कलवानी, पंकज प्रकाश,शुभम परमार,लगभग 150 अन्य लोग शामिल हुए।
सभी ने बारी बारी से अपनी बात रखी, और रिवर व्यू से लेकर देवकीनंदन चौक तक मशाल जलाकर पैदल मार्च कर जनगीत से कार्यक्रम का समापन किया गया।
Sexual violence : कार्यक्रम का संचालन समूह के प्रियंका शुक्ला, श्रेया श्रीवास, रेहाना, राजिक अली, सज्जाद, जसबीर सिंग, शुभम परमार और रोमेश साहू द्वारा मिलकर किया गया।