Fake crime branch officer फर्जी क्राइम ब्रांच आफिसर का भंडाफोड़ : स्पेशल 26 की तर्ज पर क्राइम ब्रांच अफसर बनाकर चोरी करने वाला गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे

Fake crime branch officer

Fake crime branch officer स्पेशल 26 की तर्ज पर क्राइम ब्रांच अफसर बनाकर चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Fake crime branch officer बिलासपुर। फर्जी क्राइम ब्रांच आफिसर बनकर चोरी करने वाले गिरोह का बिलासपुर पुलिस टीम ने भांडा फोड़ा है। प्रेसवार्ता कर एडिश्नल पुलिस कप्तान उमेश कश्यप ने बताया कि पुलिस कप्तान रजनेश सिंह के विशेष पहल पर संयुक्त टीम ने गिरोह की दो महिला सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसीसीयू,सायबर और सिरगिट्टी टीम की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस टीम ने 30 लाख से अधिक सम्पत्ति बरामद किया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 204, 307, 331(3) के तहत अपराध दर्ज किया गया। गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने न्यायिक रिमाण्ड पर जेल दाखिल कराया है।

प्रेसवार्ता कर एडिश्नल पुलिस कप्तान उमेश कश्यप ने बताया कि पुलिस की संयुक्त टीम ने क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लूपपाट को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एडिश्नल एसपी ने बताया कि काली मंदिर सिरगिट्टी निवासी कृष्ण कुमार ने 14 अगस्त को ठगी और लूटपाट का अपराध दर्ज कराया।

फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारियों का धावा

कृष्ण कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि13 अगस्त की की रात्रि करीब 9 बजे राजनांदगांव से वापस घर आया। इस दौरान जानकारी मिली कि 13 अगस्त 24 की दोपहर 12 से 1 बजे के बीच 4 महिला और 2 महिला खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर घर में दाखिल हुए। सभी के गले मे परिचय पत्र लटका था। तथाकथित क्राइम ब्रांच अधिकारियों ने घर की महिलाओ से हिलने डुलने से मना किया। साथ ही जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद सभी 6 तथाकथित अधिकारियों ने घर में सर्च अभियान चलाया।

नोट से भरा पेटी पार

पेटी से भरे सर्च के दौरान तथाकथित अधिकारी घर मे रखी एक पेटी को लेकर फरार हो गए। पेटी को सकरी निवासी विद्या प्रकाश पाण्डेय ने रखवाया था। मामले में विद्या प्रकाश पाण्डेय को फोन कर पेटी को लेकर बातचीत की। पाण्डेय ने बताया कि पेटी में पैसा और जमीन संबंधी कागजात रखा है।

संयुक्त टीम का गठन

पुलिस ने कृष्ण कुमार की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए अपराध दर्ज किया गया। साथ ही तत्काल पुलिस कप्तान रजनेश सिंह समेत वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। पुलिस कप्तान के आदेश पर आरोपी को पकड़ने एसीसीयू, सायबर, और सिरगिट्टी पुलिस की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम बनाकर आरोपी को पकड़ने सर्च अभियान चलाया गया।

तीस लाख रूपये बरामद

पुलिस टीम ने छानबीन के दौरान 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाला। फुटेज के सहयोग से संदिग्धों की पतासाजी की गयी। संयुक्त टीम ने पूरी जानकारी के बाद घेराबंदी कर फर्जी क्राइम ब्रांच गिरोह के 2 महिला सदस्यो को पकड़ा गया। तथाकथित क्राइम ब्रांच महिला अधिकारियों के कब्जे से कुल तीस लाख रूपया बरामद किया गया।

चार अधिकारी फरार

उमेश कश्यप ने बताया कि पुलिस ने महिला आरोपी सिंधु वैष्णव से 20 लाख और रानी बैरागी से 10 लाख जब्त किए। पकड़ी गयी दोनों महिला आरोपियों से अभी भी लगातार पूछताछ हो रही है। जल्द ही फरार चार अन्य आरोपियो को पकड़ लिया जाएगा। फरार चारों आरोपियों की पुलिस ने पहचान कर ली गयी है।

पकड़े गए दोनों आरोपियों का नाम

 

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Fake crime branch officer  1) सिंधु वैष्णव पिता विजय वैष्णव उम्र 25 साल निवासी तिफरा जोन कार्यालय के सामने थाना सिरगिटटी बिलासपुर।
2) रानी बैरागी पति अवध बैरागी उम्र 30 साल निवासी भारतीय नगर थाना सिविल लाईन स्थाई पता देवरी जिला सागर।