लोग बोले- धमाके जैसी आवाज आई, लगा आसमान से मिसाइल गिरी, हडक़ंप मचा
संतकबीर नगर। यूपी के संतकबीर नगर में सोमवार (24 जुलाई) की दोपहर को एक साथ फाइटर प्लेन के दो फ्यूल टैंक आसमान से खेतों में आ गिरे। इसके बाद इलाके में हडक़ंप मच गया। अफरा-तफरी के माहौल के बीच ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि आसमान से दो मिसाइलनुमा यंत्र गिरे हैं। सूचना पाते ही मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया।
आसमान से गिरे विस्फोटक जैसे यंत्रों की खबर पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई। पहले तो करीब आधे घंटे तक किसी ने भी विस्फोट के डर से खेत में जाने की हिम्मत नहीं जुटाई। बाद में पुलिस के पहुंचते ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
अभी भी साफ नहीं कि क्या है ये?
पूरा मामला जिले के कोतवाली खलीलाबाद क्षेत्र के झिनखाल बंजरिया का है। यहां दोपहर के करीब एक बजे खेतों में काम कर रहे किसानों में हडक़ंप मच गया। किसान दौड़ते-भागते अपने गांव पहुंचे और उन्होंने लोगों को जानकारी दी कि आसमान से दो मिसाइलें गिरी हैं। किसानों का कहना था कि बहुत तेज आवाज के साथ आसमान से भारी चीज गिरी है। दोनों यंत्र धान के पानी भरे खेतों में गिरे हैं।
इसके बाद स्थानीय ग्रामीण खेतों की तरफ गए और फिर तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर एसपी सत्यजीत गुप्ता और कई थानों की पुलिस पहुंची। एसपी के निर्देश पर दोनों यंत्रों को सील किया गया। वहीं सत्यजीत गुप्ता ने कहा, हमने आईएएफ (इंडियन एयरफोर्स) को सूचना दी है। ये यंत्र किसी प्लेन का फ्यूल टैंक जैसा प्रतीत होते हैं। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि एयरफोर्स से संपर्क करने के बाद उनकी टीम ने जल्द से जल्द आने की बात कही है। वे आकर ही इन यंत्रों के साथ क्या करना है, डिसाइड करेंगे। हमने पूरे एरिया को सिक्योर कर लिया है। किसी को भी पास नहीं जाने दिया जा रहा है।
क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी?
मौके पर मौजूद राजेश ने बताया कि मैं खेत में काम कर रहा था, तभी जोरदार आवाज हुई। पास जाकर देखा तो दो मिसाइल की तरह दिखने वाली मशीन पड़ी हुई थीं। हिम्मत नहीं हुई कि पास जाऊं। ये गनीमत रही कि कोई वहां नहीं था। वर्ना बड़ा हादसा हो जाता। गांवभर में हडक़ंप मच गया। सरला देवी ने कहा कि हम लोग धान रोपने का काम कर रहे थे। इसी दौरान आसमान से ये दो चीजें गिरीं। हम सभी डर गए। फिर सब लोगों ने खेत छोड़ दिया और दूर जाकर खड़े हो गए।
वेंट्रल ड्रॉप टैंक जैसा है…
संत कबीर नगर से आई फोटो को देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे ये किसी फाइटर प्लेन का वेंट्रल ड्रॉप टैंक है। वेंट्रल ड्रॉप टैंक प्लेन में एक्स्ट्रा फ्यूल के लिए लगाया जाता है। इसको लगाने से जेट का वजन कम हो जाता है।
यही नहीं, जानकारों की मानें तो वेंट्रल ड्रॉप टैंक की वजह से इसकी रेंज 2100 किमी. हो जाती है। माने कि अगर ये फाइटर जेट प्लेन में लगा होता है तो वह 700 से 800 किमी. ज्यादा उड़ान भर सकता है। वहीं 59 हजार फीट ज्यादा ऊंचाई पर जा सकता है। यह पहली बार नहीं है कि आसमान से फाइटर प्लेन से इस तरह के टैंक गिरे हों, इससे पहले पश्चिम बंगाल के कलाईकुंड में 22 मई 2023 को एमआईजी-29 जेट प्लेन का फ्यूल टैंक जंगलों में गिरा था।