सतरंज में 17 साल के डी गुकेश ने रचा इतिहास…

17 साल के डी गुकेश ने शतरंज में एक ऐतिहासिक क्षण बनाया है। भारत के यह ग्रैंडमास्टर ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट को जीतकर इतिहास रच दिया है। उन्होंने विश्व चैम्पियनशिप के सबसे युवा चैलेंजर के रूप में अपनी पहचान बना ली है। इस शानदार उपलब्धि के माध्यम से, वह गैरी कास्पारोव के 40 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने में सफल रहे। उन्होंने 14वें और आखिरी दौर में अमेरिकी चेस मास्टर हिकारू नकामूरा के साथ ड्रॉ किया।

डी गुकेश का उपलब्धि सराहनीय है, क्योंकि वह अब विश्व चैम्पियनशिप में चैलेंजर के रूप में उच्च नाम बने हैं। इस सफलता से उन्होंने अपनी खेल की उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं और भारतीय शतरंज को अंतरराष्ट्रीय मंच पर गौरवान्वित किया है।

Nasser Medical Complex Gaza सामूहिक कब्र में पाये गये 180 शव, अब तक मारे गए 34 हजार से अधिक लोग

कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट में डी गुकेश ने अपना हर खेल बेहद दृढ़ता और जागरूकता के साथ खेला। उन्होंने अपने विचारशील खेल के माध्यम से अपने प्रतिद्वंद्वी को पराजित करने में सफलता प्राप्त की। इस टूर्नामेंट में उनके 14 में से नौ अंक रहे, जो उनके लिए बड़ी उपलब्धि हैं।

यह उपलब्धि भारतीय शतरंज के लिए गर्व की बात है, क्योंकि यह दिखाती है कि यहां के युवा खिलाड़ी विश्व स्तर पर अपने क्षमता और कौशल को प्रदर्शित कर सकते हैं। डी गुकेश की उपलब्धि से हमें यह संदेश मिलता है कि उम्र का कोई भी सीमा नहीं है जब एक व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध होता है।

डी गुकेश के इस उपलब्धि से उन्हें खेल के क्षेत्र में अगले स्तर की सोचने के लिए प्रेरित करेगा। उन्हें नए उत्कृष्टता की ओर अग्रसर करेगा और उन्हें आगे बढ़ने के लिए मजबूती देगा। इस उपलब्धि से भारतीय खेल के प्रतिनिधित्व को और भी मजबूती मिलेगी और यह उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में भी भारत के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना नाम रोशन करते रहेंगे।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU