सीएम बोले- अधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करें
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते एक सप्ताह से लगातार बारिश हो रही है। जिसके चलते नदियां उफान पर है। प्रयागराज में गंगा-यमुना और वाराणसी गंगा खतरे के निशान तक पहुंच गई है। जिससे दोनों नदियों के आस-पास के इलाके डूब गए है। साथ ही बाढ़ का खतरा भी मंडरा रहा है। इसी बीच सीएम योगी ने बड़ा फैसला लिया।
एसडीआरएफ अलर्ट मोड पर रहे
योगी सरकार ने संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए सारी तैयारियां पूरी कर ली है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो बाढ़ से प्रभावितों जिलों के लिए राहत सहायता के रूप 55 करोड़ रुपये का बजट आवंटित करने का फरमान जारी कर दिया है। साथ ही संंबंधित जिलों में एसडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए है। इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ की टीमों को भी हाई अलर्ट के निर्देश हैं।
अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करें
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित या बाढ़ जैसी संभावना से निपटने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को फील्ड में सक्रिय दृष्टिकोण रखने का निर्देश दिया है। उनका कहना है कि अधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करें और समय रहते प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जाए। प्रभावितों के दरवाजे तक राहत सामग्री समय पर उपलब्ध करानी होगी।
सीएम योगी ने कहा कि प्रभावित जिलों में अनूठी फील्ड टीम बनाई जा रही है। जिसमें एडीएम, एएमओ, बीडीओ, सीओ, एनडीआरए के साथ-साथ एसडीआरएफ टीमें शामिल होंगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व विभाग ने राज्य आपदाओं के अंतर्गत बाढ़ से प्रभावित होने वाले परिवारों को राहत सहायता के लिए 55 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।