World Cup अभेद्य रक्षण है विश्व कप में मोरक्को की सफलता का राज़

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World Cup मोरक्को का प्रदर्शन फुटबॉल प्रेमियों को किया सबसे ज्यादा हैरान

World Cup दोहा !  अनिश्चितताओं और उलटफेरों से भरे फीफा विश्व कप 2022 में मोरक्को के प्रदर्शन ने फुटबॉल प्रेमियों को सबसे ज्यादा हैरान किया है।


World Cup मोरक्को ना सिर्फ विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम है, बल्कि इसने अपने दमदार अभियान में विपक्षी टीम के किसी खिलाड़ी को गोल करने का मौका भी नहीं दिया।


World Cup  कनाडा के ऊपर 2-1 की जीत में मोरक्को के विरुद्ध जो एकमात्र गोल हुआ भी वह उनके अपने खिलाड़ी नायेफ एगर्ड ने ही किया। बेल्जियम और स्पेन जैसी बड़ी टीमों को धराशाई करने वाली मोरक्को अगर आज फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट जीतने की दावेदार है, तो निस्संदेह इसका श्रेय उसके रक्षण को जाता है।


World Cup  मोरक्को के कोच वालिद रेग्रागुई ने उन्हें एक दुर्जेय रक्षात्मक इकाई बना दिया है। स्पेन के खिलाफ सुपर-16 मैच में सिर्फ 23 प्रतिशत समय के लिये ही मोरक्को के पास बॉल रही, लेकिन फिर भी मैच एटलस लायन्स के पक्ष में गया। स्पेन बॉल पर 73 प्रतिशत कब्जा रखने के बावजूद गोल पर सिर्फ दो बार ही निशाना लगा सका।


पुर्तगाल के विरुद्ध क्वार्टरफाइनल में भी मोरक्को का खेल बहुत आक्रामक नहीं था, लेकिन अभेद्य रक्षण और एन-नेसरी का शुरुआती गोल उन्हें जीत दिलाने के लिये काफी रहा।


World Cup  साल 2006 में इटली के बाद से कोई टीम इस तरह के रक्षण के साथ विश्व कप सेमीफाइनल में नहीं पहुंची है। यह बात भी गौर करने योग्य है कि इटली के डिफेंस में गोलकीपर जियानलुइगी बफन, फैबियो कैनावारो, मार्को मातेराज़ी और जियानलुका ज़ांब्रोट्टा जैसे खिलाड़ी थे, जबकि उनकी मिडफील्ड गेनारो गट्टूसो और मौरो कमोरानेसी जैसे खिलाड़ियों से सजी थी।


मोरक्को के विश्व कप अभियान से पहले हालांकि उनकी एकता को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। रेग्रागुई की 26 सदस्यीय-स्क्वाड में सिर्फ 12 खिलाड़ी मोरक्को में जन्मे थे, जबकि अन्य 14 अलग-अलग यूरोपीय देशों से आकर अपनी मातृभूमि के लिये खेल रहे थे।


स्पेन को परास्त करने के बाद रेग्रागुई ने कहा था कि मोरक्को ने “एक परिवार की तरह” विश्व कप में सब कुछ झोंक दिया है।


World Cup  रेग्रागुई ने कहा था, “विश्व कप से पहले कुछ लोगों ने यूरोप में पैदा हुए खिलाड़ियों पर सवाल उठाये। आज उन्होंने दिखाया कि मोरक्को का हर वह खिलाड़ी जिसके पास पासपोर्ट है, वह मोरक्को का ही है। मैं खुद भी फ्रांस में पैदा हुआ हूं, लेकिन मेरे देश के प्रति मेरे प्यार पर कोई शक नहीं कर सकता।”


कोच रेग्रागुई ने पुर्तगाल पर जीत के बाद कहा कि मोरक्को सिल्वेस्टर स्टालोन अभिनीत फिल्म “रॉकी” के नायक की तरह है, जो यह जानती है कि इसे सर्वश्रेष्ठ टीम को कैसे पराजित करना है। रॉकी (बॉक्सिंग रिंग में) रस्सियों पर समय बिता सकता है, लेकिन चित्त नहीं हो सकता।

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