गौरवपथ में कब लगेगी स्ट्रीट लाइट?


अंधेरा पसरा, फाउंडेशन बनकर तैयार पर स्ट्रीट लाइट लगाने का पता नहीं

दिलीप गुप्ता

सरायपाली। नगरवासियो की वर्षो पुरानी मांग थी नगर में बेहतर , सुगम व सुरक्षित यातायात के लिए गौरवपथ का निर्माण आवश्यक है। यह मांग कांग्रेस शासन काल मे पूरी भी हुई व निर्माण केसरी प्रारम्भ भी हुआ किंतु जैसे ही भाजपा की नगर

सरकार ने खरीद फरोख्त कर अपनी सरकार बनाई गौरवपथ के प्राकलन में भारी फेर बदल कर दिया गया। कुछ चुनिंदा लोगो को फायदा पहुंचाने व अपने ठेकेदारों, सप्लायरों, शुभचिंतकों को लाभ दिलाने उनके लाभ व अपने कमिशन में बढ़ोतरी के लिए मनमाने ढंग से व्यापारियों के हित, डिवाइडरों को छोटा कर लोहे की जाली लगाने , मवेशियों से इन पौधों को बचाने, स्ट्रीट लाइटों को सुंदरता के नाम से बदलने , डिवाइडर में कम स्थानो पर क्रासिंग छोड़े जाने से व्यवसाय प्रभावित होने जैसे बहाने गढ़े गये। इन सब का बदलाव सिर्फ व सिर्फ अधिक कमाई का लक्ष्य था।


पूर्व प्राक्कलन में किये गए इन भारी बदलाव को वर्तमान नपाध्यक्ष सरस्वती पटेल व उनके पूर्व नपाध्यक्ष पति चंद्रकुमार पटेल बदलाव नहीं मानते। इस बदलाव को उन्होंने एक नया नाम दिया है स्वरूप में परिवर्तन किया गया है बदलाव नहीं। अब इन्हें कौन समझाए व बताए की किसी के स्वरूप में यदि परिवर्तन किया जाता है तो मूल स्वरूप वैसे ही बदल जाता है जिसे बदलाव या बदल जाना कहा जाता है।
ऐसे ही शब्द जालों व सौन्दर्यीकरण का झांसा देकर उन्होंने गौरवपथ में लगने वाले स्ट्रीट लाइटों के स्वरूप में परिवर्तन कर दिया जिसके कारण डिवाइडरों को पूर्ण हुए महीनों बीत गए वहीं इन डिवाइडरों में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए फाउंडेशन तैयार किये गये महीनों बीत गए पर अभी तक इनमें स्ट्रीट लगाने का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है।
इस संबंध में नगरपालिका में कार्यरत लाइनमैन ने बताया कि कुल 210 खम्बे लगाए जाने हैं जिनमे प्रत्येक खम्बो में 2 लाइट लगाए जाने हैं इस तरह 420 बल्ब लगाए जाएंगे। उससे पूछने पर बताया कि इसका निर्माण उसके एक रिश्तेदार द्वारा किया जायेगा। वही ठेका लिए हैं। मैं चाहता हूं कि जो भी लाइट व वायर लगे वह अच्छे से लगे।
नगर में चर्चा है कि स्ट्रीट लाइट लगाने का ठेका नगरपालिका के एक कर्मचारी के परिवारजन को दिया गया है यदि यह चर्चा सही है तो इसकी शिकायत किये जाने की बात सामने आ रही है। जांच का विषय होगा व स्ट्रीट लाइट लगाए जाने के बाद स्ट्रीट लाइट में प्रयुक्त किये गए खम्बों, लाइटो, बल्ब व वायरो की जांच की मांग की। इसे गंभीरता से इसलिए भी लिया जा रहा है कि नगरपालिका व पूर्व अध्यक्षों से नगर के एक परमानेंट बिजली सामानों के सप्लायर से इनके घनिष्ठ संबंध भी है और वह अभी तक नगरपालिका में लाखों रुपयों का सामान आपूर्ति कर भी चुका ह। वह पूर्व नपाध्यक्ष का काफी करीबी व खासमखास सप्लायर है। नगर में यह भी चर्चा है कि कोटेशन कुछ का देता है व सप्लाई हल्के आयटम का प्रदान करता है पर सेटिंग के चलते इनकी दुकानदारी अच्छी चल रही है।
नगरपालिका की इस लापरवाही के चलते डिवाइडर में स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य ठंडे बस्तर में चले जाने के कारण शाम होते ही गौरवपथ में अंधेरा पसर जाता है जिससे अंधेरे होने व गौरवपथ में जहां तहां मवेशियों के बैठे रहने के कारण हमेशा दुर्घटनाओं का

अंदेशा बने रहता है। इस पर शीघ्र कार्य प्रारंभ किए जाने की मांग नगरवासियों द्वारा की जा रही है।

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