Vishwakarma Jayanti 2023 : जानें विश्वकर्मा पूजा महत्व, विधि और मुहूर्त

Vishwakarma Jayanti 2023 : जानें विश्वकर्मा पूजा महत्व, विधि और मुहूर्त

Vishwakarma Jayanti 2023 : जानें विश्वकर्मा पूजा महत्व, विधि और मुहूर्त

 

Vishwakarma Jayanti 2023 : हर साल 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है। आज सुबह से ही विश्वकर्मा पूजा को लेकर तैयारियां जोरो शोरो से की जा रही हैं। भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का सृजनकर्ता और प्रथम शिल्पकार के रूप में जाना जाता है। माना जाता है कि ब्रह्माजी के कहने पर विश्वकर्मा ने दुनिया बनाई थी।

Prime Minister Modi’s birthday today : 73 साल के हुए PM मोदी….जानें उनसे जुड़ी 10 खास बातें

Vishwakarma Jayanti 2023 : इस दिन रवि नामक शुभ संयोग भी बन रहा है, जिससे इस दिन का महत्व भी बढ़ गया है। उन्होंने ही भगवान कृष्ण की द्वारका से लेकर शिवजी का त्रिशूल और हस्तिनापुर बनाया था। विश्वकर्मा जयंती के दिन लोग अपने दफ्तर, कारखाने, दुकान, मशीन, औजार की पूजा करते हैं। साथ ही इस दिन वाहनों की भी पूजा की जाती है। आइए जानते हैं विश्वकर्मा जयंती का महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त…

जयंती का महत्व
भगवान विश्वकर्मा को ही सृष्टि का पहला वास्तुकार, शिल्पकार और इंजीनियर माना जाता है। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और नौकरी व व्यापार में उन्नति के योग बनते हैं। साथ ही इस दिन मशीन, औजार और वाहन आदि की पूजा करने से वे कभी बीच काम या वक्त बेवक्त धोखा नहीं देते, जिससे काम आसानी से पूरे हो जाते हैं।

Rashifal Today 17 September 2023 : आज रविवार स्पेशल में क्या कहते है आपकी राशी के सितारे….पढ़े दैनिक राशिफल

साथ व्यापार या निर्माण आदि संबंधित कार्यों में कोई रुकावट नहीं आती है और सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इससे मशीनरी पर खर्च भी कम होता है और पूरा कार्य भी होता है।

भगवान विश्वकर्मा ने ही भगवान शिव का त्रिशूल, विष्णु भगवान का सुदर्शन, रावण की लंका और पुष्पक विमान, जगन्नाथपुरी, यंत्र का निर्माण, विमान विद्या, देवताओं का स्वर्गलोक, हस्तिनापुर, कृष्ण की द्वारिका, इंद्रपुरी आदि कई चीजें तैयार की थीं। भगवान विश्वकर्मा को ही पहला इंजीनियर भी माना जाता है।

ब्रह्माजी ने जब सृष्टि की रचना की थी, तब उसके सजाने और संवारने का काम विश्वकर्माजी ने ही किया था। इसी श्रद्धा भाव से किसी कार्य के निर्माण और सृजन से जुड़े लोग विश्वकर्मा जयंती पर पूजा अर्चना करते हैं।

 पूजा शुभ मुहूर्त
विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर यानी आज की जाएगी। वैसे तो शिल्पकार विश्वकर्मा की पूजा दिनभर की जाती है लेकिन इनकी पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 50 मिनट से 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में पूजा अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस मुहूर्त में ही आप फैक्ट्री, वाहन, औजार, मशीन आदि की पूजा कर सकते हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU