रायपुर, 15 सितंबर 2025 – नवरात्रि पर्व के पहले विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल रायपुर महानगर ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर गरबा नृत्य आयोजनों को परंपरागत, धार्मिक और मर्यादित रूप में आयोजित करने की मांग की है। संगठन ने कहा कि नवरात्रि शक्ति की उपासना का पर्व है और गरबा नृत्य भक्तों की आस्था व सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है, इसलिए इसे भक्ति और धार्मिक गरिमा के अनुरूप ही मनाया जाए।

ज्ञापन में संगठन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि गरबा केवल मंदिरों और दुर्गा पंडालों में ही आयोजित हो, जिसमें देवी गीत, धार्मिक भजन और जसगीत ही बजाए जाएं। किसी भी प्रकार के फिल्मी, अश्लील या भड़काऊ संगीत पर रोक लगाई जाए। साथ ही, परंपरागत वेशभूषा को ही मान्यता दी जाए और आयोजन स्थल पर माताओं-बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए समय सीमा निर्धारित की जाए।

संगठन ने यह भी कहा कि गरबा में प्रवेश केवल हिंदू समाज के महिला-पुरुषों को दिया जाए और बाउंसर व पार्किंग व्यवस्था में भी हिंदू समाज से ही कर्मचारियों की नियुक्ति हो। आयोजन स्थल के आसपास किसी भी प्रकार की नशाखोरी या मांसाहार की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई जाए।
विश्व हिंदू परिषद ने चेतावनी दी है कि यदि इन नियमों की अवहेलना की गई तो संगठन अपने धार्मिक भावनाओं और मान-सम्मान की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाने को मजबूर होगा। संगठन ने कहा कि ऐसे मामलों में प्रशासन की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
ज्ञापन सौंपते समय बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे और नारेबाजी करते हुए अपने धार्मिक अधिकारों की रक्षा का संकल्प दोहराया। संगठन ने इसे नवरात्रि की पवित्रता बनाए रखने का संघर्ष बताया।
