छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के दुर्गूकोंदल विकासखंड से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां वायरल वीडियो ने सरकारी सिस्टम में गहराए भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है। यह वीडियो जनपद पंचायत कार्यालय का है, जिसमें सब इंजीनियर बुद्ध पाल वासनिक और एक ठेकेदार के बीच खुलेआम कमीशन को लेकर बहस होती दिखाई दे रही है।
₹50 हजार की मांग, ₹10 हजार की वापसी
सूत्रों के मुताबिक, यह विवाद 9 लाख 50 हजार रुपये के ठेके से जुड़ा है। आरोप है कि सब इंजीनियर वासनिक ने इस काम के बदले ठेकेदार से ₹50 हजार की कमीशन की मांग की थी। ठेकेदार ने पहले ही ₹10 हजार रुपए दे दिए थे, लेकिन बाकी रकम पर सहमति नहीं बनने पर वासनिक नाराज हो गया। उसने दफ्तर में ही दिए गए ₹10 हजार ठेकेदार को वापस कर दिए और कहा कि अब वह उसके काम से दूर रहेगा। यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में रिकॉर्ड हो गया और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।

कार्यालय में मौजूद रहे कर्मचारी और पूर्व अध्यक्ष
चौंकाने वाली बात यह है कि इस विवाद के दौरान कार्यालय में कई अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे, जिनमें जनपद पंचायत की पूर्व अध्यक्ष संतो गावड़े भी शामिल थीं। उनके सामने ही खुलेआम अपशब्दों और कमीशन की मांग का सिलसिला चलता रहा, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया। यह पूरी स्थिति पंचायत तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
पुरानी शिकायतें, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
बताया जा रहा है कि सब इंजीनियर वासनिक के खिलाफ पूर्व में भी भ्रष्टाचार की शिकायतें की गई थीं। हाल ही में जिला मुख्यालय से जांच अधिकारी भी पहुंचे थे, लेकिन बिना किसी कार्रवाई के लौट गए। वायरल वीडियो अब प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है, और यह मामला सरकार और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।