अडानी सीमेंट संयंत्र विस्तारीकरण को लेकर पर्यावरण जनसुनवाई का ग्रामीण कर रहे विरोध कलेक्टर को आवेदन देने पहुंचे कलेक्टर कार्यालय

बलौदाबाजार – भाटापारा जिले में स्थापित सीमेंट उघोगपतियों की मनमानी व वादाखिलाफी से त्रस्त जनता अब कंपनियों द्वारा खदान विस्तार करने की मांग सामने आते ही विरोध प्रारंभ कर दिए है ताजा घटना अडानी सीमेंट संयंत्र का है जहाँ 26 दिसम्बर को खदान विस्तारीकरण को लेकर ग्राम देवरानी के हाईस्कूल प्रांगण में पर्यावरण विभाग द्वारा जनसुनवाई आयोजित है जिसका विरोध करते हुए ग्राम मोपर के किसानों ने कलेक्टर से मुलाकात कर विरोध आवेदन दिया।
ग्राम मोपर के किसानों का कहना है कि अंबुजा अडानी सीमेंट संयंत्र द्वारा 26 दिसम्बर को खदान विस्तारीकरण को लेकर पर्यावरण विभाग द्वारा जनसुनवाई आयोजित किया गया है जिसका हम विरोध कर रहे हैं कारण कंपनी से निकलते धुंए डस्ट से कृषि भुमि बंजर हो रही है , पानी का स्तर काफी नीचे जा रहा है घरेलू ऊपयोग व कृषि कार्य व निस्तारण के लिए पानी की किल्लत हो रही है। कंपनी के निकलने वाले डस्ट से रोग बढ़ रहे वही घर में आप दिनभर कंपनी के डस्ट से परेशान रहते है। और इसकी स्थिति देखना है तो ग्राम रवान, भद्रा पाली पौंसरी करमनडीह, मुढी़पार, सहित आसपास गाँव का जायजा ले सकते हैं पर्यावरण विभाग को पहले यहाँ जाकर स्थिति से अवगत होना चाहिए। कंपनी पर्यावरण के मापदंडों में कभी खरा नहीं उतर रही है। सीमेंट संयंत्र प्रबंधन ग्रामीणों से जो वायदे करती है पूरा नहीं करती है स्थानीय बेरोजगार युवाओं की उपेक्षा की जाती है। इसलिए हम सब गाँव वाले विरोध कर रहे हैं और 26 दिसम्बर को किसी भी सुरत मे जनसुनवाई नहीं करने दिया जायेगा। आपको बता दे कि इस कंपनी के विस्तारीकरण से लगभग पांच गाँव के किसान प्रभावित हो रहे हैं। वही ग्रामीणों का यह भी कहना है कि पर्यावरण विभाग के अधिकारी कभी संयंत्र से लगे ग्रामीण जनों का हालचाल जानने नहीं आते हैं रायपुर व दिल्ली में बैठकर काम निपटाते है और सीमेंट संयंत्र की मनमानी चलते रहती है इसलिए इस बार पहले कंपनी सीमेंट संयंत्र से लगे गाँव का ग्रामीणों की उपस्थिति में हाल जाने कि ग्रामीण किस तरह परेशान है और संयंत्र किस तरह अनदेखी कर रहा है। और जबतक ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं होगी जनसुनवाई का विरोध करेंगे।