बेमेतरा- कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन मे बेमेतरा जिले में कुपोषण को लेकर महिला एवं बाल विकास द्वारा हमर स्वास्थ्य लइका अभियान शुरू किया गया है इसी कडी में परियोजना बेमेतरा अंतर्गत आने वाले बालसमुंद पंचायत मे आज सुपोषण चौपाल का आयोजन किया गया जहा तीन गर्भवतियों का गोद भराई एवं दो बच्चों का अन्नप्राशन कराकर उपस्थित महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के पालकों, सरपंच, उपसरपंच, पंच तथा अन्य जनप्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन और समूह कि महिलाओं को सुपोषण चौपाल के महत्व को विस्तार से बताया गया | चौपाल मे बताया गया कि 06 माह तक बच्चे को केवल स्तनपान, 06 माह पूर्व शुरुवात में घर में बने भोजन को मसलकर खिलाना तथा जब बच्चा खाने लग जाये तो थोड़ा थोड़ा, बार बार खिलाना, एवं गर्भवती महिलाओं को नियमित वजन करना, टीकाकरण, टीएचआर का सही उपयोग, आयरन, कैल्सियम का सेवन एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना से प्राप्त राशि का अपने पोषण एवं स्वस्थ पर उपयोग करने का सही सलाह दिया गया एवं चर्चा कि गई | कुपोषण की जड़ बाल विवाह को रोकने की रणनीति बनाई गई, एक स्वस्थ बालक के विकास पर विस्तृत ,चर्चा की गई। विकास के चरण के बारे में बताया गया।
पोषण के पाँच सुत्र – प्रथम 1000 दिन विटामिन c से भरपूर भोजन, आयरन ,कैल्शियम से भरपूर भोजन, व्यक्तिगत साफसफाई एवं आस पास के पर्यावरण की ,साफ् सफाई, दस्त होने पर ओआरएस एवं जिंक की दवाई । शिशुवती महिलाओं से स्तनपान पर चर्चा की गई।
हाथ धुलाई पर चर्चा कर , हाथ धोने की सही विधि करके दिखाई गई। कार्यकर्ता, मितानित को नियमित रूप से गृह भेट कर व्यवहार परिवर्तन करने को कहा गया।
स्थानिय भोजन अनाज, मुनगा, बथुआ भाजी लाल भाजी पालक भाजी का प्रयोग नियमित रूप में करने को कहा गया।
07 कुपोषित बच्चों का वजन एवं लंबाई/ ऊंचाई लिया गया ल ग्राम बालसमुंद की समस्त कार्यकर्ताओं को मिशन 100 के तहत पृथक से रजिस्टर तैयार कराया गया l
एवं उक्त जानकारी ग्राम बावा मोहतरा, परियोजना बेमेतरा के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के हितग्राही के यहां कुपोषित बच्चों के गृह भेंट कर उनके पलकों को पोषण युक्त भोजन करने हेतु बताया गया जैसे स्थानीय मूंगा भाजी बथुआ भाजी दूध अंडा केला चना गुड़ पोइ भाजी खिलाने के लिए प्रेरित किया गया | उक्त कार्यक्रम में पर्यवेक्षक बालसमुन्द श्रीमती रुखमणि ध्रुव एवं मास्टर ट्रेनर सीता चंद्रवंशी, क्रेश कार्यकर्ता सती सेन एवं पूर्णिमा के द्वारा हितग्राहियों से कुपोषण मुक्त पंचायत बनाने हेतु प्रेरित किया गया।