:विनोद कुशवाहा:
बिलासपुर। ठंड ने दस्तक दे दी है और मौसम का मिज़ाज़ अब पूरी तरह बदल चुका है। जिले के कानन पेंडारी, बिलासताल, कोटा और रतनपुर जैसे पिकनिक स्पॉट्स पर इन दिनों सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। लोग प्रकृति के बीच पिकनिक का मज़ा ले रहे हैं, लेकिन बढ़ती भीड़ के बीच सुरक्षा इंतज़ामों की कमी को लेकर भी चिंता बढ़ रही है। जिले में पिछले कुछ दिनों से ठंड का असर तेज़ी से बढ़ा है।

मौसम सुहावना होते ही लोग घरों से बाहर निकलकर प्रकृति का आनंद लेने मैदानों, जंगलों और जलाशयों के किनारे पहुंच रहे हैं। कानन पेंडारी, बिलासताल, कोटा और रतनपुर सहित आसपास के सभी पर्यटन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक नजर आ रहे हैं। यहां आने वाले परिवार और दोस्त समूह में पिकनिक का आनंद ले रहे हैं, जिससे पर्यटन स्थलों पर रौनक बढ़ गई है।

कानन पेंडारी जू प्रबंधन ने समय रहते वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए तैयारी शुरू कर दी है। चीतल, सांभर, बारहसिंगा और नीलगाय जैसे संवेदनशील प्राणियों पर ठंड का असर ज्यादा होता है, क्योंकि उनके केज चारों तरफ से खुले होते हैं। इसके लिए पिछले साल लगाए गए नए शेड की मरम्मत की गई और केज के पीछे और किनारों में बांस के टटरे लगाए गए। जमीन पर पैरे का बिछौना तैयार किया गया ताकि प्राणी ठंड से सुरक्षित रहें।संवेदनशील पक्षियों और सांपों को बचाने के लिए 100-100 वोल्ट के बल्ब लगाए जा रहे हैं। वहीं बाघ, सिंह और भालू जैसे बड़े वन्य प्राणियों के केज में बोरे और प्लाईवुड से घेरा बनाया गया है ताकि ठंडी हवा का सीधा असर न पड़े।

कुल मिलाकर ठंड का मौसम पिकनिक प्रेमियों के लिए खुशियां लेकर आया है, लेकिन सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत करना बेहद जरूरी है। विशेषज्ञ और वन अधिकारियों का कहना है कि पर्यटक पिकनिक का पूरा मज़ा ले सकते हैं, लेकिन साथ ही सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी और वन्य जीवों के पास जाने से बचना चाहिए। कानन-पेंडारी और अन्य पिकनिक स्पॉट्स पर बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद सावधानी ही सुरक्षित आनंद की कुंजी है।
