Office : ऑफिस में लगातार काम के बीच छोटे-छोटे ब्रेक लेना है जरूरी, होंगे ये बड़े फायदे

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Office : ऑफिस में लगातार काम के बीच छोटे-छोटे ब्रेक लेना है जरूरी, होंगे ये बड़े फायदे

Office ऑफिस में लगातार आठ से नौ घंटे बैठकर काम करने से परेशानियां होने लगती है। इसकी वजह से थकान होती है, काम करने की गति धीमी हो जाती है और मन भटकने लगता है। वहीं ऑफिस के दौरान ब्रेक लेकर इधर-उधर घूम लेने या बाहर की हरियाली देख लेने से आपको हल्का और फ्रेश फील होता है, फिर चाहें यह ब्रेक सिर्फ पांच मिनट का ही हो। आइए आज काम के बीच ब्रेक लेने के फायदे जानते हैं।

ध्यान लगाने में मिलती है मदद

Office ऑफिस में लगातार काम करते रहने से हमारा शरीर थक जाता है, जिसकी वजह से ध्यान भटकने लगता है। ऐसे में मजह पांच मिनट का ब्रेक मिलने से शरीर को रिलैक्स मिलता है और मूड फ्रेश होता है। इसके बाद दोबारा काम की शुरुआत करने से काम बेहतर होगा क्योंकि अब आपका ध्यान पूरी तरह से काम पर रहेगा और दिमाग भी काम पर लगा रहेगा। ब्रेक के दौरान चाय पीकर भी मूड फ्रेश किया जा सकता है।

तनाव कम करने में मददगार

Office जब कोई व्यक्ति काम के दौरान तनाव महसूस करता है तो काम की गति अपने आप धीमी हो जाती है। इसके अलावा तनाव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हमारे काम के मनोबल, प्रेरणा और प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। जब भी तनाव महसूस करें, तो पांच मिनट का ब्रेक लेकर शरीर को स्ट्रेच कर लें और फिर गहरी सांस लें। इससे बेहतर महसूस होगा। इसके अलावा चॉकलेट या चाय के सेवन से भी तनाव कम किया जा सकता है।

ब्रेक से मिलती है राहत

Office ऑफिस में काम कर रहे कर्मचारी अपनी छुट्टी के एक दिन पहले रिलैक्स होकर काम करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें खुशी होती है कि अगले दिन वो घर पर बैठकर आराम कर सकते है या दोस्तों के साथ एन्जॉय करेंगे। वहीं अगर रोजाना काम के बीच छोटे-छोटे ब्रेक लेकर काम किया जाए तो स्ट्रेस नहीं होगा और कर्मचारी खुशी-खुशी काम करेंगे। इसके बाद खुशी से काम करने के लिए एक दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

मस्कुलोस्केलेटल विकारों के खिलाफ कारगर

मस्कुलोस्केलेटल विकार शरीर की मांसपेशियों, नसों या जोड़ों की चोटों से होता है। दरअसल, देर तक काम करने के दौरान लंबे समय तक खराब मुद्रा में बैठना, खड़े होने या अजीब स्थिति में रहने से इन विकारों का खतरा बढ़ जाता है और स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। छोटे ब्रेक लेने से मस्कुलोस्केलेटल विकारों के विकास की संभावना कम हो सकती है क्योंकि ब्रेक लेने से आपकी मुद्रा में सुधार हो सकता है।

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