Tirupati Temple हिन्दु धर्म को भ्रष्ट करने के लिए रचा गया यह कुचक्र
Tirupati Temple प्रयागराज ! तीर्थराज प्रयाग के साधु-संतों ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में प्रसाद के रूप में भगवान को प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित किये जाने वाला प्रसाद “लड्डू” जानवरों की चर्बी और मछली के तेल से बने होने की घटना पर रोष व्यक्त करते हुए इसे करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने घिनौना कृत्य बताया है।
आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में चढ़ने वाले लड्डू प्रसाद में मछली के तेल और जानवरों की चर्बी मिलना धार्मिक रूप से घिनौना और घृणित कृत्य है। इस तरह के बर्ताव को अब साधु संत कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह कोई साधारण घटना नहीं हैं बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाली है। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी को कड़े से कड़ा दंड मिलना चाहिए।
साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने आंध्र प्रदेश के तिरूपति मंदिर के लड्डू में जानवर की चर्बी और मछली का तेल की घटना का खुलासा करने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का स्वागत करते हुए इसे प्रशंसनीय बताया है। उन्होंने बताया कि यदि इस घटना का रहस्योद्घाटन नहीं किया जाता तो पता नहीं यह घृणित कार्य कब तक चलता रहता।
श्रीमहंत ने कहा कि तिरूपति बाला जी दुनिया सबसे बड़ा धार्मिक स्थल है। यहां पूरी दुनिया से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और अपने आराध्य को प्रसाद के रूप में लड्डू अर्पित करते हैं। चर्बीयुक्त और फिश आयल युक्त लड्डू तैयार करना संकीर्ण मानसिकता का प्रतीक है। यह एक विडंबना है कि लोग भगवान के लिए भोग के रूप में श्रद्धालुओं द्वारा तिरूपति भगवान को अर्पित किए जाने वाले प्रसाद में मिलावट से नहीं डर रहे हैं।
उन्होने बताया कि लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल के जांच की पुष्टि भी हाे गयी। यह घृणित कार्य कब से चल रहा है, इसके पीछे कौन-कौन से लोग है, इसकी सीबीआई जांच हो और दोषी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दोषियों को खुले चौराहे पर ऐसी सजा दी जाए जिसे लोग देखें और ऐसा घिनौना कार्य करने से डरें।
सगरा आश्रम (बाबूगंज) के पीठाधीश्वर स्वामी मौनी महाराज ने कहा, इस प्रकार की गतिविधियां हमारे आस्था और श्रद्धा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसे धर्म को भ्रष्ट करने की साजिश कहा जा सकता है।‘ये लड्डू राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी अयोध्या आया था और इस तरह की घटना से सभी भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं। ऐसे कृत्य के लिए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
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Tirupati Temple उन्होंने कहा कि भगवान तिरूपति बाला जी एक पवित्र और धार्मिक स्थल है। यहां संत-महात्मा, श्रद्धालु यहां पूजन अर्चना करने पहुंचते हैं। हिन्दु धर्म को भ्रष्ट करने के लिए यह कुचक्र रचा गया है। उन्होंने कहा कि यह कृत्य अगर किसी अन्य धर्म के साथ किया गया होता तो उसके क्या परिणाम होते। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकारों से मांग किया है कि मंदिर में चढ़ने वाला प्रसाद लड्डू की दुकानें और उसको तैयार करने वाले लोगों को चिन्हित किया जाए जिससे प्रसाद की पवित्रता और विश्वसनीयता बरकरार रहे।