‘थंडेल’: सुषमा स्वराज और उनके परिवार के योगदान को पर्दे पर दर्शाएगा यह लव-एक्शन-ड्रामा

‘थंडेल’: युवसम्राट नागा चैतन्य और साई पल्लवी स्टारर आगामी फिल्म ‘थंडेल’ दर्शकों के बीच एक रोमांचक अनुभव पेश करने के लिए तैयार है। यह लव-एक्शन-ड्रामा फिल्म 2018 में हुई एक सच्ची घटना पर आधारित है, जिसमें पाकिस्तानी सेना ने भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। इस फिल्म में यह भी दिखाया जाएगा कि कैसे भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके परिवार ने इन मछुआरों की रिहाई के लिए अथक प्रयास किए।

सुषमा स्वराज और परिवार का योगदान

सुषमा स्वराज, जो भारतीयों के लिए विदेशों में एक सशक्त वकील के रूप में जानी जाती थीं, ने पाकिस्तान की जेल में बंद 22 भारतीय मछुआरों की रिहाई के लिए एक मजबूत भूमिका निभाई थी। उनकी कोशिशों ने भारतीय मछुआरों के परिवारों को राहत दी थी, और उनकी यह पहल भारतीय राजनीति और कूटनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन गई थी।

फिल्म के निर्देशक चंदू मोंडेती ने ‘थंडेल’ में इस वास्तविक घटना को पर्दे पर जीवित करने का निर्णय लिया है, ताकि लोग जान सकें कि सुषमा स्वराज और उनके परिवार ने किस तरह इन मछुआरों को पाकिस्तान की जेल से छुड़वाया था। सुषमा स्वराज के योगदान को इस फिल्म में विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा, और उनके काम को बड़े पर्दे पर उजागर करने का अवसर मिलना उन सभी के लिए गर्व की बात है, जिन्होंने इस संघर्ष में अहम भूमिका निभाई।

बांसुरी स्वराज की अनुमति

फिल्म के निर्माता बनी वासु ने बांसुरी स्वराज से अनुमति मांगी, ताकि वे सुषमा स्वराज के नाम के साथ-साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की असली फुटेज का उपयोग कर सकें। यह अनुमति बांसुरी स्वराज ने पूरी तरह से दिल से दी और इस कार्य को समर्थन किया। इस समर्थन के लिए बनी वासु ने आभार व्यक्त किया और सोशल मीडिया पर एक नोट भी लिखा, जिसमें उन्होंने बांसुरी स्वराज का धन्यवाद किया, जिन्होंने अपनी माँ, श्रीमती सुषमा स्वराज के महत्वपूर्ण कार्यों को दिखाने का मौका दिया।

फिल्म की कास्ट और तकनीकी टीम

फिल्म ‘थंडेल’ में नागा चैतन्य और साई पल्लवी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में संदीप आर वेद एक खलनायक का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म का ट्रेलर जारी होने के बाद से ही इसे दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। इसमें एक प्रभावशाली स्टार कास्ट के अलावा, बेहतरीन तकनीकी टीम भी है। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संगीतकार देवी श्री प्रसाद ने फिल्म के संगीत की जिम्मेदारी संभाली है, जबकि छायांकन का काम शमदत ने किया है। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संपादक नवीन नूली ने फिल्म की एडिटिंग की है, और कला विभाग का नेतृत्व श्रीनागेंद्र तंगला कर रहे हैं।

निर्देशन और निर्माण

‘थंडेल’ का निर्देशन चंदू मोंडेती ने किया है, जबकि यह फिल्म गीता आर्ट्स के बैनर तले बनी वासु द्वारा निर्मित है। फिल्म को अल्लू अरविंद ने प्रस्तुत किया है। फिल्म का निर्माण 7 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज के लिए किया गया है और दर्शकों को यह रोमांचक और भावनात्मक यात्रा पर ले जाएगी।

निष्कर्ष

‘थंडेल’ एक ऐसी फिल्म है, जो न केवल भारतीय राजनीति और कूटनीति के महत्व को दर्शाती है, बल्कि यह सुषमा स्वराज और उनके परिवार के अद्वितीय योगदान को भी सम्मानित करती है। यह फिल्म एक सच्ची घटना को पर्दे पर लाकर दर्शकों को रोमांच और संवेदनाओं के मिश्रण का अनुभव कराएगी। इस फिल्म के माध्यम से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया जाएगा कि किसी भी कठिन परिस्थिति में, एक सशक्त नेतृत्व और अथक प्रयासों से मुश्किलों को हराया जा सकता है।