बिलासपुर। पुलिस महकमे की छवि धूमिल करने वाला मामला तखतपुर थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहाँ के थाना प्रभारी अनिल अग्रवाल पर रिश्वतखोरी और वसूली के गंभीर आरोप लगे हैं। मामला उजागर होने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने उन्हें तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया और पीड़िता को न्याय दिलाते हुए वसूली गई रकम भी वापस करवाई।
रिपोर्ट दर्ज करने के लिए की रिश्वतखोरी
तखतपुर क्षेत्र की रहने वाली एक महिला छेड़छाड़ और लूट की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंची। लेकिन थाना प्रभारी ने रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी शुरू कर दी और महिला से 30 हजार रुपए की मांग कर दी। महिला ने मजबूरी में 10 हजार रुपए तत्काल दे दिए और बाकी रकम रिपोर्ट दर्ज होने के बाद देने का आश्वासन दिया। तभी जाकर पुलिस ने रिपोर्ट लिखी।
आरोपी से वसूले 20 हजार रुपए
यही नहीं, मामले में पकड़े गए आरोपी को भी थाना प्रभारी ने राहत देने का खेल शुरू कर दिया। लूट की धारा न लगाने और उसे मुचलके पर छोड़ने के एवज में आरोपी से 20 हजार रुपए की वसूली की।
पीड़िता ने की एसएसपी से शिकायत
महिला और उसके पति ने साहस दिखाते हुए पूरी घटना की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की। शिकायत मिलते ही एसएसपी रजनेश सिंह भड़क उठे और तत्काल थाना प्रभारी को फटकार लगाई। साथ ही महिला से वसूली गई रकम उसे लौटाई गई।
लाइन अटैच और नई नियुक्ति
पूरे मामले में कठोर कदम उठाते हुए थाना प्रभारी अनिल अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया गया है। उनकी जगह विवेक पांडेय को तखतपुर का नया थाना प्रभारी बनाया गया है।
पुलिस महकमे में हड़कंप
इस घटना से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। आमतौर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने और पीड़ितों को न्याय दिलाने का जिम्मा पुलिस पर होता है, लेकिन तखतपुर थाना प्रभारी के इस कारनामे ने विभाग की छवि को गहरी चोट पहुंचाई है।