विदर्भ में निम्न दबाव का असर: अगले तीन दिन छत्तीसगढ़ में भारी से अति भारी बारिश की संभावना, दुर्ग में सबसे ज्यादा 14 सेमी बारिश

रायपुर। रविवार को दिनभर धूप-छांव के बीच शाम और रात में हुई बारिश से मौसम सुहावना हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक विदर्भ क्षेत्र में बने निम्न दबाव के कारण प्रदेश में बारिश की गतिविधियां और तेज हो सकती हैं। अगले तीन दिनों तक मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।

बस्तर जिले के कई इलाकों में आज अति भारी बारिश का अनुमान है, जबकि बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले के एक-दो स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।

पिछले 24 घंटों के दौरान बस्तर और दुर्ग संभाग के कुछ इलाकों में भारी से अति भारी वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान रायपुर का अधिकतम तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

सबसे ज्यादा बारिश दुर्ग में

दुर्ग में 14 सेमी बारिश हुई, जबकि अंतागढ़ में 9, गुंडरदेही में 7, राजनांदगांव में 6, अंबागढ़ चौकी, पाटन और डोंगरगांव में 5-5 सेमी वर्षा दर्ज की गई। भिलाई, कुकरेल, दोरनापाल और मैनपुर सहित कई स्थानों पर 4 सेमी से कम बारिश हुई।

सिनोप्टिक सिस्टम

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्र प्रदेश-दक्षिण ओडिशा तट के पास बने चक्रवाती परिसंचरण से निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है। यह 19 अगस्त को दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश तटों को पार कर सकता है।

वहीं, विदर्भ में सक्रिय निम्न दबाव क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर होगा और 18 अगस्त की सुबह गुजरात में अवशिष्ट चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पहुंचेगा। इसके अलावा, मानसून द्रोणिका जैसलमेर से पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जबकि पूर्व-पश्चिम द्रोणिका बंगाल की खाड़ी से होते हुए विदर्भ, छत्तीसगढ़, दक्षिण ओडिशा और उत्तर-पूर्व अरब सागर तक सक्रिय है।

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